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BIhar में आज से Unlock हुए भगवान, खुले धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल्स, रेस्टोरेंट-होटल्स, देखें VIDEO

CoronaVirus Unlock-1 Bihar बिहार में आज सुबह से ही मंदिरों के कपाट खोल दिए गए हैं। श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन करने पहुंच रहे हैं। जानिए गाइडलाइन्स...

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 09:24 AM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 10:21 PM (IST)
BIhar में आज से Unlock हुए भगवान, खुले धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल्स, रेस्टोरेंट-होटल्स, देखें VIDEO
BIhar में आज से Unlock हुए भगवान, खुले धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल्स, रेस्टोरेंट-होटल्स, देखें VIDEO

पटना, जेएनएन। Unlock-1 सोमवार को 78 दिनों बाद मंदिरों के कपाट खुलते ही श्रद्धालु उमड़ पड़े। गुरुद्वारों में अरदास लगाई गई और सुर-ताल के साथ सबद-कीर्तन के बोल गूंज उठे। मस्जिदों में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नमाज अदा की गई। राजधानी के पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर में पहले दिन करीब एक हजार श्रद्धालुओं ने सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक दर्शन-पूजन किया। यहां करीब 600 किलो नैवेद्यम प्रसाद की बिक्री हुई। छोटी और बड़ी पटनदेवी मंदिरों में भी दर्शन-पूजन शुरू हो गया। राजधानी की जामा मस्जिद सहित प्रदेश के तमाम मस्जिदों में शारीरिक दूरी, सैनिटाइजर, हैंडवॉश और मास्क का ध्यान रखते हुए नमाज अदा की गई। तख्त श्रीहरिमंदिर जी पटना साहिब और पादरी की हवेली गिरजाघर के दरवाजे भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कुछ गिरजाघर अगले हफ्ते या जुलाई में खोलने की तैयारी कर रहे हैं। 

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सूर्य मंदिर में हुई पूजा

औरंगाबाद के देव में सूर्य मंदिर के गर्भगृह में केवल पुजारी की उपस्थिति रही।  श्रद्धालु दूर से ही विग्रह का दर्शन किए। गया के विष्णुपद मंदिर में श्रीहरि विष्णु के चरणचिह्न की पूजा और दर्शन कर श्रद्धालु धन्य हुए। गाजे-बाजे के साथ मंदिर के कपाट खोले गए और विधि-विधान के साथ महापूजा हुई। पहले दिन करीब दो हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किए । 

सासाराम में गूंजे सबद कीर्तन

सासाराम में चाचा फग्गुमल साहिब जी के दरबार में सबद-कीर्तन के बोल कानों में अमृत घोलते रहे। गुरुग्रंथ साहिब जी के आगे मत्था टेक श्रद्धालु निहाल हो उठे। इस दौरान एहतियात का बखूबी पालन हुआ। इस गुरुद्वारा ने लगातार 75 दिनों तक कोविड-19 लंगर सेवा दी। रविवार रात धर्मशाला मोड़ के पास उसका समापन हो गया।

कोरोना संदिग्ध तीन श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं मिली 

 कैमूर जिला में मां मुंडेश्वरी के धाम में हजार के करीब श्रद्धालु पहुंचे। थर्मल स्क्रीङ्क्षनग के दौरान तीन श्रद्धालु संदिग्ध पाए गए। उन्हें दर्शन की अनुमति नहीं दी गई। वे तीनों कैमूर जिला में अखलासपुर गांव के निवासी हैं। मंदिर में परिक्रमा आदि पर अभी रोक है। नई व्यवस्था के तहत बिना पहचान पत्र के मंदिर में प्रवेश भी नहीं दिया जाएगा। 

लखीसराय में भी हुई पूजा अर्चना

 लखीसराय के श्री इंद्रदमनेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं से शिवलिंग को नहीं छूने, धूप अगरबत्ती नहीं जलाने, जलाभिषेक नहीं करने आदि शर्तों के साथ गर्भगृह में प्रवेश करने को कहा गया । बावजूद दर्जन भर श्रद्धालुओं ने बिना मास्क पहने शिवङ्क्षलग को स्पर्श कर जलाभिषेक किया। फूल व प्रसाद भी शिवङ्क्षलग पर चढ़ाए। बाद में मंदिर ट्रस्ट के सचिव ने मंदिर के सभी पुजारियों के साथ एक बैठक कर कोरोना संक्रमण को लेकर जारी एडवाइजरी की पूरी जानकारी देते हुए इसे मंदिर में सख्ती से लागू कराने को कहा।

देर रात तक चला सैनेटाइजेशन का काम

इससे पहले पटना में प्रमुख मंदिरों को सैनेटाइज करने का काम देर रात तक चलता रहा। बता दें कि गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने रविवार को धार्मिक स्थ, शॉपिंग मॉल औऱ होटल-रेस्टोरेंट को खोलने की छूट से संबंधित दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। सरकार ने आदेश में पुलिस महानिदेशक, सभी प्रमंडलीय आयुक्त और सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए अधिकृत किया है। अब कोरोना संक्रमण से एहतियात को ध्यान में रखते हुए धार्मिक स्थल खोले जाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश का पालन अनिवार्य

बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन-5 में अनलॉक-1 के तहत रात नौ से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा रखा है। हालांकि कंटेनमेंट जोन में  सख्ती जारी रहेगी। ऐसे इलाकों में भी अब धीरे-धीरे छूट मिलेगी। लॉकडाउन-1 दौरान कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पूर्णत: पालन करना होगा।

जानिए किन नियमों का पालन करना होगा-

- 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग, गर्भवती को धार्मिक स्थानों पर नहीं जाने की सलाह दी गई है।

- मंदिरों में घंटी बजाने और मूर्ति छूने की पूरी तरह से मनाही रहेगी।

- पटना के महावीर मंदिर में प्रवेश अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों के अनुसार होगा।

- हाथों से प्रसाद या जल देने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।

- किसी भी धर्मस्थल में सामूहिक अनुष्ठान नहीं होंगे।

-एक-दूसरे से 6 फीट की दूरी रखनी होगी।

-मास्क लगाना आवश्यक होगा।

-सैनिटाइज़र का प्रयोग करना होगा।

-आरोग्य सेतु ऐप मोबाइल में होना चाहिए।

-साबुन से हाथ धोने का इंतजाम रहना चाहिए।

-जूते-चप्पल गाड़ी में ही उतारने होंगे।

-प्रार्थना /इबादत के लिए घर से चटाई लेकर जाना होगा। 


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