CoronaVirus: दिल्ली निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज में गए बिहार के 86 में 37 हुए ट्रैक, गया के तीन लापता
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तब्लीगी जमात में बिहार के कुल 86 लोग शामिल हुए थे जिसमें से 37 लोगों को ट्रैक कर लिया गया है। बाकी लोगों की तलाश जारी है। गया के तीन लोग लापता हैं।
पटना, जागरण टीम। राज्य सरकार ने दिल्ली में आयोजित धार्मिक आयोजन दिल्ली मरकज में बिहार से शामिल हुए 86 लोगों में से 37 लोगों को ट्रैक कर लिया है। बिहार के इन लोगों के आयोजन में शामिल होने की जानकारी मिलने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने जिलों को हर व्यक्ति की पहचान करने के निर्देश दिए थे। वहीं, गया जिले के तीन लोग जो जमात में शामिल थे उनका कोई पता नहीं चल सका है। वहीं अररिया जिले में मरकज में शामिल एक विदेशी युवक की मौत हो गई थी, जिसे जिलाधिकारी ने प्राकृतिक मौत बताया था।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि दिल्ली गए लोगों में से अब तक 37 लोग ट्रैक किए गए हैं, और लोगों की पहचान के लिए लगातार जिला स्तर पर इनकी खोज हो रही है। जिलों को इस संबंध में अलर्ट किया गया है।
संजय कुमार ने बताया कि इनमे पटना से 17, कटिहार से सात और बक्सर से 13 लोगों की पहचान हुई है। इनके सैम्पल लिए गए हैं और जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल सभी क्वारन्टीन मे हैं। शेष लोगों की खोज हो रही है। ये भी जल्द मिल जाएंगे।
तब्लीगी मरकज के जमात में शामिल गया के तीन लोग नहीं लौटे
वहीं, दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल होने के लिए गया से भी तीन लोग गए थे, लेकिन वे लौटकर यहां नहीं आए हैं। संभावना ये जताई जा रही है कि तीनों को दिल्ली में ही क्वारंटाइन पर रखा गया है। सूत्रों के अनुसार इसमें शेरघाटी के हेमजापुर के एक व डंगरा के दो लोग शामिल हैं। ये तीनों मार्च के प्रथम सप्ताह में जमात में शामिल हुए थे। वहां शिरकत करने के बाद वापस अपने घर नहीं आए हैं।
वहीं गया शहर के केपी रोड स्थित घसियार टोला की छोटी मस्जिद में तब्लीगी मरकज पर ताला लटक गया है। इससे जुड़े लोग फरार हैं। यहां बीते फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में एक जत्था आया था, उसने गया शहर के अलावा शेरघाटी, बाराचट्टी व डंगरा जैसे इलाकों में भ्रमण कर निजामुद्ीन के तब्लीगी जमात में शामिल होने के लिए व्यापक प्रचार किया था।
अब उस जमात से जुड़े लोग नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों के गया में होने की जानकारी मिली है। उधर, दिल्ली के जमात में शामिल लोगों के जब कोरोना संक्रमित होने और कुछ की मौत हो जाने की सूचना मिली तो यहां भी जमात में शामिल लोगों की खोजबीन शुरू हुई। लेकिन आधिकारिक तौर पर जत्थे से जुड़े लोगों की पहचान नहीं हो पाई है।
अब उक्त केंद्र में बंद रजिस्टर की जांच कराने की तैयारी है। जांच के बाद ही लोगों की पहचान हो सकेगी। एसडीओ सत्येंद्र कुमार ने कहा, उन्हें तब्लीगी जमात के जत्थे के जिले में ठहरने की जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने पर तुरंत ऐसे लोगों की जांच कराई जाएगी।
तब्लीगी मरकज से लौटे लोगों को लेकर सीमांचल हाई अलर्ट
दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी मरकज में शामिल होने वालों में सात लोगों की मौत के बाद पूरे देश में भूचाल आ गया है। वैसे, अररिया में भी इंडोनेशिया के एक नागरिक की मौत 26 मार्च को हुई थी। वह भी मरकज में शामिल होकर अपने जत्थे के साथ अररिया लौटा था। यद्यपि, अररिया के डीएम इसे स्वाभाविक मौत बता रहे हैं।
किशनगंज में तब्लीगी मरकज में भाग लेकर 22 मार्च को 13 लोगों का जत्था अवध-असम एक्सप्रेस से किशनगंज पहुंचा था। इनमें इंडोनेशिया के 10, मलेशिया के एक और दो भारतीय शामिल हैं। ये लोग यहां धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करना चाह रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। इस जमात को कोऑर्डिनेट करने वालों में एक चेन्नई और दूसरा ओडिशा का रहने वाले हैं।
तब्लीगी मरकज में भाग लेने के पूर्व ये लोग ओडिशा के जासपुर जिले में 28 फरवरी से एक मार्च तक चले इज्तमा में शामिल हुए थे। फिर, तीन मार्च को ओडिशा से चलकर तब्लीगी मरकज में भाग लेने ये लोग निजामुद्दीन पहुंचे थे। खरीदारी के लिए ये लोग निजामुद्दीन के बाजार में भी घूमे थे। 22 मार्च को किशनगंज पहुंचने पर प्रशासन ने इन्हें क्वारंटाइन किया। 19 से 24 अप्रैल के बीच इन लोगों के लौटने का टिकट बना है।
उधर, तब्लीगी मरकज से भाग लेकर 10 सदस्यीय जमात 21 मार्च को सीमांचल एक्सप्रेस से अररिया पहुंची थी। इनमें मलेशिया के मो. खैरानी बिन लुकमान की मौत हो गई थी। प्रशासन ने इसे सामान्य मौत बताया। उसे पोस्टमार्टम के बाद अररिया में ही खाक-ए-सिपुर्द कर दिया गया। जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने बताया कि मलेशिया के दूतावास को मौत की जानकारी दे दी गई है। चार अप्रैल को इस दल में शामिल लोगों की वापसी होनी थी। सरकार से निर्देश मिलने के बाद इन लोगों को विशेष बस से दिल्ली भेजा जाएगा।
अररिया में आए विदेशियों की सूची
1 अब्दुल्ला हरीत, ऑस्ट्रेलिया
2: मो. इसकंदार अल्फीकार बिन रुस्मान, मलेशिया
3: अहमद फादिल बिन ओसमान, मलेशिया
4: मुस्तरी बिन इस्माइल, मलेशिया
5: अब्दुल रहमान बिन मलेक, मलेशिया
6: मो. इमरान बिन अब्दुल हमीद, मलेशिया
7: सैफुल बिन भारी, मलेशिया
8: मो. फैरोज बिन हमीर, मलेशिया
9. मो. बिन अब्द कादिर, मलेशिया
10 मो. खैरानी बिन लुकमान, मलेशिया (मृत)
किशनगंज में आए विदेशियों की सूची
1. मो. हाफिज : मलेशिया
2. अब्दुल वहाब : इंडोनेशिया
3. अदस फतोपेसीन : मलेशिया
4. जलालुद्दीन : मलेशिया
5. सैंडी प्रांटा : मलेशिया
6. सुभान हद : मलेशिया
7. नोप्रियादी : मलेशिया
8. सुर्यादी : मलेशिया
9. नसरी : मलेशिया
10. रसदियांतो : मलेशिया
11. सयारा पुड्डी : मलेशिया