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Corona Vaccine Update: कोरोना की वैक्सीन केवल एक कॉल पर सबसे पहले लगवाएं वो भी मुफ्त

Corona Virus Update एम्स पटना में आइसीएमआर और भारत बायोटेक की ओर से बनाई जा रही कोरोना की वैक्‍सीन का परीक्षण अब तीसरे चरण में है। पहले दो चरण में यह वैक्‍सीन काफी हद तक सफल रही है। तीसरे चरण के परीक्षण के बाद इसे इमरजेंसी अप्रूवल मिल सकता है।

By Shubh NpathakEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 06:45 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 06:39 AM (IST)
Corona Vaccine Update: कोरोना की वैक्सीन केवल एक कॉल पर सबसे पहले लगवाएं वो भी मुफ्त
भारत बायोटेक की वैक्‍सीन जल्‍द लांच होने के आसार। जागरण

पटना [पवन कुमार मिश्र]। भारत की पहली स्‍वदेशी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बस कुछ हफ्तों में आ सकती है। एम्स दिल्ली (AIMS Delhi) के निदेशक डॉ. रणवीर गुलेरिया के मुताबिक दिसंबर (December) के अंत या जनवरी (January) के प्रथम सप्ताह तक ही वैक्सीन (Covid 19 vaccine) को सरकार से इमरजेंसी अप्रूवल (emergency approval) मिल सकता है। पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को टीकाकरण (Vaccination) का लाभ मिल सकेगा। इसमें सरकारी व निजी चिकित्साकर्मियों, फ्रंटलाइन वॉरियर्स, बुजुर्गों व बीमारों को प्राथम‍िकता दी जाएगी। चूंकि, हर व्यक्ति को वैक्सीन की दो-दो खुराक देने की योजना है, ऐसे में आमजन का नंबर कब आएगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। हां, आप चाहें तो इस वैक्‍सीन को अभी लगवा सकते हैं और वह भी बिल्‍कुल मुफ्त। इसके लिए आपको सिर्फ 9471408832 और 9919688888 मोबाइल नंबर पर एक कॉल करनी है। पटना एम्‍स में इस वैक्‍सीन का ट्रायल चल रहा है। ट्रायल के तीसरे फेज के लिए इसके  975 लोगों की जरूरत है। इतने लोग चाहें तो भी अभी ही वैक्‍सीन का लाभ ले सकते हैं। पहले के दो चरणों में यह वैक्‍सीन पूरी तरह सुरक्षित और कारगर साबित हुई है। वैक्‍सीन को आधिकारिक रूप से लांच करने की तैयारी तेज हो चुकी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) लगातार इस बारे में अपडेट ले रहे हैं और राज्‍यों के साथ तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।

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दूसरे चरण का परीक्षण हो चुका है पूरा, वैक्‍सीन का नहीं है कोई बुरा असर

पीएमसीएच के कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. पूर्णानंद झा ने बताया कि एम्स पटना में आइसीएमआर व भारत बायोटेक की जिस कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण किया जा रहा है, उसे ही इमरजेंसी अप्रूव्ल मिलने की बात कही जा रही है। पहले दो चरण के परीक्षण में यह स्पष्ट हो गया कि इस वैक्सीन का मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं है। तीसरा चरण केवल यह देखने के लिए एक हजार लोगों पर किया जा रहा है कि इस वैक्सीन से कोरोना के खिलाफ कितने एंटीबॉडी कितने दिन में बनते हैं और कितने दिन तक ये एंटीबॉडी सक्रिय रहेंगे। ऐसे में एक हजार स्वयंसेवी जो खुद पर इस वैक्सीन का परीक्षण कराएंगे, उनका वैक्सीनेशन खुद ही हो जाएगा। तीसरे चरण के वैक्सीन परीक्षण में 28-28 दिन के अंतर में कोरोना वैक्सीन की 0.5-0.5 एमएल की दो खुराक दी जाएंगी।

हो सकता है वैक्सीनेशन की नौबत ही नहीं आए 

भारत सरकार कोरोना को खत्म करने के लिए वैक्सीन का रणनीतिक इस्तेमाल करने जा रही है। पहले चरण में ऐसे लोगों का टीकाकरण किया जाएगा,जिससे कोरोना की चेन तोड़ी जा सके। यही कारण है कि शुरुआत में जल्द संक्रमित होने की आशंका वाले चिकित्सा कर्मियों, फ्रंटलाइन वारियर्स, बुजुर्गों और बीमारों को वैक्सीन दी जाएगी। अगर सरकार की यह रणनीति कारगर रही तो पूरे देश के टीकाकरण की जरूरत ही नहीं होगी।

पहली देसी वैक्‍सीन का तीसरे चरण का परीक्षण हो चुका है शुरू

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी द्वारा तैयार की जा रही पहली देशी वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण गुरुवार को एम्स पटना में शुरू हो गया। दो चरण की सफलता को देखते हुए इस बार लोग इसका हिस्सा बनने को काफी उत्साहित हैं। पहले ही दिन 25 लोगों ने वैक्सीन परीक्षण का हिस्सा बनने के लिए पंजीयन कराया है।

तीसरे चरण में एक हजार स्‍वयंसेवियों पर कराया जाना है परीक्षण

एम्स पटना के चिकित्साधीक्षक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि तीसरे चरण में एक हजार स्वयंसेवियों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाना है। दो चरणों के परीक्षण की सफलता को देखते हुए  तीसरे चरण में स्वयंसेवियों के स्वास्थ्य जांच की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। इस बार स्वयंसेवियों की सिर्फ कोरोना जांच आरटी-पीसीआर विधि से कराई जाएगी। जिनकी भी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी, वैक्सीन की डोज दी जाएगी।

दवा देने के बाद दो नहीं, सिर्फ आधे घंटे रहना होगा निगरानी में

एम्स पटना में वैक्सीन के पहले दो चरण के परीक्षण में दवा की खुराक देने के बाद स्वयंसेवियों को दो घंटे तक विशेषज्ञों की निगरानी में रखा जाता था। तीसरे चरण में इसे घटाकर सिर्फ आधा घंटा कर दिया गया है। जिन लोगों को दवा दी जाएगी, उन्हें आधे घंटे निगरानी में रखने के बाद घर भेज दिया जाएगा। 28 दिन तक विशेषज्ञ वैक्सीन के असर की निगरानी करेंगे और इसके बाद स्वयंसेवियों को दवा की दूसरी खुराक दी जाएगी।

एम्स पटना में कोरोना की दूसरी वैक्सीन का भी परीक्षण जारी

एम्स पटना में कोरोना की एक दूसरी वैक्सीन का भी मानव शरीर पर परीक्षण किया जा रहा है। ई-बायोलॉजिकल कंपनी की इस वैक्सीन के पहले चरण का परीक्षण किया जा रहा है। अबतक  तीन स्वयंसेवियों को इस दवा की खुराक दी जा चुकी है। 


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