म्यूजियम में दिखेगी दूरी, विज्ञान केंद्र होगा सेंसर आधारित
कोरोना का संकट दीर्घकालिक बनता दिख रहा है।
पटना। कोरोना का संकट दीर्घकालिक बनता दिख रहा है। प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन-चार की घोषणा कर दी है। हालांकि, उन्होंने लॉकडाउन में छूट के संकेत भी दिए हैं। उन्होंने यह भी संदेश दिया है कि अब कोरोना के साथ ही हमें जीवन को आगे बढ़ाने पर भी सोचना होगा। आम आदमी में इस बात को लेकर उत्कंठा है कि क्या जीवन ऐसे ही चलता रहेगा या फिर हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी। बदले माहौल में नई शुरुआत के लिए आम आदमी के साथ ही संस्थाएं भी तैयारी में जुट गयी हैं। ऐसी तैयारी म्यूजियम और श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में भी चल रही है। म्यूजियम में भीड़ को नियंत्रित करने की रहेगी व्यवस्था : कोविड 19 के कारण पिछले कई दिनों से राजधानी के म्यूजियम बंद हैं। म्यूजियम प्रशासन अब कोरोना से बचाव के मानदंडों का पालन करते हुए आम लोगों के स्वागत की तैयारी कर रहा है। बिहार म्यूजियम के निदेशक दीपक आनंद ने बताया कि अभी सरकार की ओर से म्यूजियम को खोलने की कोई बात नहीं की गई है, लेकिन हमने ऐसी स्थिति के लिए योजना बनानी शुरू कर दी है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद म्यूजियम में रौनक लौटेगी। म्यूजियम के गेट पर अब सभी प्रवेश करने वाले लोगों के लिए सैनिटाइजर की सुविधा रहेगी। एक जगह दर्शकों की भीड़ नहीं हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। सुरक्षाकर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। परिसर की साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन को लेकर अभी से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। टिकट काउंटर पर ही लोगों को हैंड सैनिटाइजर दिया जाएगा। विज्ञान केंद्र में पेपर टिकट को कम करने पर जोर : श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में विज्ञान से जुड़े मॉडल देखने के लिए अभी पर्यटकों को अलग-अलग बटन दबाने पड़ते हैं। ऐसे बटन अब हटाए जा रहे हैं। इनकी जगह सेंसर का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसा परिसर में टच प्वाइंट घटाने के लिए किया जा रहा है। कोशिश रहेगी कि यहां आने वाले लोगों को बिना छूए चीजों को देखने-समझने का मौका मिला। विज्ञान केंद्र के परियोजना निदेशक अमिताभ बताते हैं कि कोविड 19 के बाद जब भी केंद्र आम लोगों के लिए खुलेगा तो गैलरी में कुछ अलग देखने को मिलेगा। पेपर वाले टिकट की बजाय ई-टिकट की व्यवस्था को बढ़ावा दिया जा सकता है।