बिहारः केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस का विवादित बयान, बाढ़ दैवीय प्रकोप; नहीं जाऊंगा पीड़ितों से मिलने
केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि बाढ़ दैवीय प्रकोप है। देश के साथ बिहार में भी बाढ़ का खासा असर है। पीड़ितों के दर्द जानने के लिए जाने से जुड़े सवाल पर पारस ने कहा कि मैं किसी से मिलने नहीं जाऊंगा।
जागरण टीम, पटना। केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस नरेंद्र मोदी कैबिनेट में शामिल होने के बाद सोमवार को पहली बार बिहार पहुंचे हैं। आभार यात्रा के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में पारस ने कहा कि बाढ़ दैवीय प्रकोप है। देश के साथ बिहार में भी बाढ़ का खासा असर है। हर साल बिहार में बाढ़ आती है। पीड़ितों के दर्द जानने के लिए जाने से जुड़े सवाल पर लोजपा (पारस गुट) अध्यक्ष पशुपति ने कहा कि मैं किसी से मिलने नहीं जाऊंगा। मैं शरीर से अस्वस्थ रहता हूं। प्रशासन और अधिकारियों से मेरी बात होती रहती है। पशुपति के इस बयान पर उनकी दायीं और बैठीं वैशाली से लोकसभा सदस्य वीणा देवी उनकी ओर देखने लगीं। इस दौरान नवादा सांसद चंदन सिंह भी मौजूद थे।
अपने संसदीय क्षेत्र में पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान नीतीश कुमार को जेल भेजना चाहते थे। पशुपति ने कहा कि मेरे नीतीश को विकास पुरुष कहने पर चिराग ने मुझे पार्टी से निकालने की धमकी भी दी थी। दिल्ली के 12 जनपथ स्थित बंगले को लेकर भी पारस ने अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मुझे रामविलास पासवान का बंगला देने की पेशकश की थी, मगर मैंने खुद मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उस घर में मेरे बड़े भाई की आत्म बसती है। अगर मैं वहां रहता तो चिराग पीठ में छूरा मारने की बात करते। पशुपति कुमार पारस का जहां हाजीपुर में भव्य स्वागत हुआ वहीं हाजीपुर आने के दौरान एक जगह मोबिल फेंककर विरोध भी किया गया। पटना से हाजीपुर सड़क मार्ग से आने के दौरान गांधी सेतु से आगे बढ़ने पर चौरसिया चौक के निकट कुछ युवकों ने पारस के गाड़ी पर जला हुआ मोबिल फेंक दिया। मोबिल कुछ कार्यकर्ताओं के कपड़े पर पड़े।