बिहारः कांग्रेस-राजद दोस्ती की उम्मीद कायम, लालू यादव से बातचीत में निकल सकता है रास्ता
संभव है कि इस महीने की 21-22 तारीख को कांग्रेस नेताओं के साथ राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से बातचीत हो। कांग्रेस की ओर से चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एवं सांसद डा. अखिलेश प्रसाद से एक दौर की बातचीत हो गई है।
राज्य ब्यूरो, पटना: विधान परिषद चुनाव में राजद की ओर से उम्मीदवारों को क्षेत्र में जाने का मौखिक निर्देश देने के बावजूद उससे दोस्ती को लेकर कांग्रेस नाउम्मीद नहीं हुई है। संभव है कि इस महीने की 21-22 तारीख को कांग्रेस नेताओं के साथ राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से बातचीत हो। कांग्रेस की ओर से चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एवं सांसद डा. अखिलेश प्रसाद से एक दौर की बातचीत हो गई है। डा. सिंह ने सोमवार को कहा-हम उम्मीद करते हैं कि लालूजी से बातचीत के बाद कोई रास्ता निकल आएगा। तारापुर और कुशेश्वरस्थापन उप चुनाव को लेकर उनके मन में कटुता नहीं है। राजद अध्यक्ष ने खुद कहा था कि परिषद चुनाव में कांग्रेस को छह सात सीटें दी जा सकती हैं।
कांग्रेस को सकारात्मक रुख का इंतजार
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अगली बातचीत में कांग्रेस की ओर से डा. सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा और पार्टी के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास शामिल होंगे। उस समय तक विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी विदेश से लौट आएंगे। सूत्रों ने बताया कि सात सीट की मांग करने वाली कांग्रेस जीतने लायक चार सीटों पर भी राजी हो सकती है। कांग्रेस दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्णियां, कटिहार, भागलपुर-बांका और बेगूसराय-खगड़िया सीटों को अपने अनुकूल मान रही है। मालूम हो कि राजद के उम्मीदवार सभी 24 क्षेत्रों में घूमने लगे हैं। बता दें कि कांग्रेस में बेचैनी इस पर है कि राजद बिहार परिषद की 24 में से सात पर की गई उसकी मांग पर अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं दे पाया है। लालू प्रसाद यादव के दल ने कांग्रेस की ओर से किसी को बातचीत के लिए भी अबतक नहीं बुलाया है। वहीं कांग्रेस बिहार अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा पार्टी के अलग रहने की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं। उन्हें राजद के सकारात्मक रुख का इंतजार है।