नोटबंदी के दो साल: कांग्रेस ने मनाई बरसी, RJD ने बताया देश का काला अध्याय
आज से ठीक दो साल पहले पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले को लागू किया था। कांग्रेस ने इसकी बरसी मनाई। उधर, राजद ने इसे देश का काला अध्याय करार दिया।
By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 06:56 PM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 06:56 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। नोटबंदी को दो साल होने पर कांग्रेस ने गुरुवार को इस फैसले की बरसी काला दिन के रूप में मनाया। कांग्रेस ने कहा कि नोटबंदी का फैसला ‘आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला' है। कांग्रेस के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटबंदी की विफलता की जवाबदेही स्वीकार करनी चाहिए। महागठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसे देश का काला अध्याय करार दिया। राजद ने देश में आर्थिक अराजकता का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों को देश की जनता से माफी मांगने की सलाह दी।
कांग्रेस का सभी जिलों में धरना-प्रदर्शन
नोटबंदी के दो वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस ने देशव्यापी कार्यक्रम के तहत बिहार के सभी जिलाें में भी धरना-प्रदर्शन किया। पार्टी ने जिलाधिकारियों को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से केंद्र सरकार से नोटबंदी की विफलताओं को लेकर सरकार से जवाब मांगा।
राजधानी पटना में पटना जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी और पटना महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा कंकड़बाग टेम्पू स्टैंड में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए।
प्रदेश मीडिया प्रभारी एचके वर्मा ने बताया कि प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर केंद्र सरकार से नोटबंदी की विफलताओं को लेकर सवाल किए गए। यह भी पूछा गया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमत में कमी आने के बावजूद पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में लगातार वृद्धि क्यों हो रही है? कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। डॉलर के मुकाबले रुपये का लगातार अवमूल्यन हो रहा है। बेरोजगार युवकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। लेकिन केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
राजद ने बताया देश का काला अध्याय
नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर राजद ने इसे देश का काला अध्याय करार दिया। देश में आर्थिक अराजकता का रोप लगाते हुए राजग के समर्थक दलों को देश की जनता से माफी मांगने की सलाह दी।
राजद विधायक भाई वीरेंद्र, डॉ. रामानुज प्रसाद, प्रवक्ता चितरंजन गगन एवं भाई अरुण कुमार ने कहा कि नोटबंदी लागू करने और समर्थन करने वाले नेताओं और दलों को बताना चाहिए कि इससे कितना कालाधन वापस आया और कितने नकली नोट पकड़ाए? आतंकी और नक्सली घटनाओं में कितनी कमी आई? कितने खातों में 15-15 लाख रुपये जमा किए गए? देश की अर्थ व्यवस्था में कितना सुधार हुआ?
राजद नेताओं ने कहा कि दो साल पहले लागू हुई नोटबंदी का दंश आज भी झेलना पड़ रहा है। बेरोजगारों की संख्या बढ़कर अक्टूबर 2018 में 2.95 करोड़ हो गयी। यह 2017 में 1.4 करोड़ थी। नोटबंदी के बाद 99 फीसद नोट बैंकों में पहुंच गए। करीब 66000 करोड़ नए नोटों की छपाई-ढुलाई में खर्च हो गए। राजद नेताओं ने कहा कि नोटबंदी से महज कुछ कॉरपोरेट घरानों को ही लाभ मिला है। उनके काले धन सफेद हो गए हैं।
आज ही के दिन लागू हुई थी नोटबंदी
विदित हो कि आठ नवंबर 2016 का दिन देश की अर्थव्यवस्था के इतिहास में खास है। इसी दिन रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूरदर्शन पर देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी। नोटबंदी की यह घोषणा उसी रात से लागू हो गई। सरकार के इस फैसले के कारण कुछ दिनों तक देश में अफरातफरी का माहौल रहा था।
कांग्रेस का सभी जिलों में धरना-प्रदर्शन
नोटबंदी के दो वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस ने देशव्यापी कार्यक्रम के तहत बिहार के सभी जिलाें में भी धरना-प्रदर्शन किया। पार्टी ने जिलाधिकारियों को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से केंद्र सरकार से नोटबंदी की विफलताओं को लेकर सरकार से जवाब मांगा।
राजधानी पटना में पटना जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी और पटना महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा कंकड़बाग टेम्पू स्टैंड में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए।
प्रदेश मीडिया प्रभारी एचके वर्मा ने बताया कि प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर केंद्र सरकार से नोटबंदी की विफलताओं को लेकर सवाल किए गए। यह भी पूछा गया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमत में कमी आने के बावजूद पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में लगातार वृद्धि क्यों हो रही है? कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। डॉलर के मुकाबले रुपये का लगातार अवमूल्यन हो रहा है। बेरोजगार युवकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। लेकिन केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
राजद ने बताया देश का काला अध्याय
नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर राजद ने इसे देश का काला अध्याय करार दिया। देश में आर्थिक अराजकता का रोप लगाते हुए राजग के समर्थक दलों को देश की जनता से माफी मांगने की सलाह दी।
राजद विधायक भाई वीरेंद्र, डॉ. रामानुज प्रसाद, प्रवक्ता चितरंजन गगन एवं भाई अरुण कुमार ने कहा कि नोटबंदी लागू करने और समर्थन करने वाले नेताओं और दलों को बताना चाहिए कि इससे कितना कालाधन वापस आया और कितने नकली नोट पकड़ाए? आतंकी और नक्सली घटनाओं में कितनी कमी आई? कितने खातों में 15-15 लाख रुपये जमा किए गए? देश की अर्थ व्यवस्था में कितना सुधार हुआ?
राजद नेताओं ने कहा कि दो साल पहले लागू हुई नोटबंदी का दंश आज भी झेलना पड़ रहा है। बेरोजगारों की संख्या बढ़कर अक्टूबर 2018 में 2.95 करोड़ हो गयी। यह 2017 में 1.4 करोड़ थी। नोटबंदी के बाद 99 फीसद नोट बैंकों में पहुंच गए। करीब 66000 करोड़ नए नोटों की छपाई-ढुलाई में खर्च हो गए। राजद नेताओं ने कहा कि नोटबंदी से महज कुछ कॉरपोरेट घरानों को ही लाभ मिला है। उनके काले धन सफेद हो गए हैं।
आज ही के दिन लागू हुई थी नोटबंदी
विदित हो कि आठ नवंबर 2016 का दिन देश की अर्थव्यवस्था के इतिहास में खास है। इसी दिन रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूरदर्शन पर देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी। नोटबंदी की यह घोषणा उसी रात से लागू हो गई। सरकार के इस फैसले के कारण कुछ दिनों तक देश में अफरातफरी का माहौल रहा था।
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