कांग्रेस ने नीतीश सरकार पर लगाया आरोप, बोली-अकेले शिक्षा विभाग में किया 1000 करोड़ का घोटाला
बिहार कांग्रेस ने एक बार फिर नीतीस सरकार पर हमला किया है। पार्टी ने शिक्षा विभाग की बड़ी राशि की लूट में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। साथ ही कहा है कि जनता के पैसों की जैसी लूट पिछले 15 सालों से मची है वैसी पहले कभी नहीं थी।
राज्य ब्यूरो, पटना: कांग्रेस ने बिहार की नीतीश सरकार पर शिक्षा विभाग की बड़ी राशि की लूट में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने कहा बिहार में जनता के पैसों की जैसी लूट पिछले 15 सालों से मची है, वैसी इससे पहले कभी नहीं हुई है। अकेले शिक्षा विभाग में 1000 करोड़ से ज्यादा के घोटाले की आशंका है।
कांग्रेस प्रवक्ता आसितनाथ तिवारी ने कहा वर्ष 2005 से 2020 के बीच शिक्षा विभाग ने जिलों को जो आवंटन दिया सरकार के पास उस खर्च का कोई ब्यौरा मौजूद नहीं है। यह राशि तकरीबन 600 करोड़ रुपयों की है। क्या अब यह संभव है कि 15 साल पहले हुए आवंटन का हिसाब किसी जिले से ले लिया जाए ?
जो रुपये खर्च हुए उसका हिसाब मिलना लग रहा असंभव
हैरानी की बात है कि सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठी हुई है। अलग-अलग जिलों में अलग-अलग मदों में खर्च हुए इन रुपयों का हिसाब-किताब मिलना अब असंभव सा लगता है। ऐसे में यह जरूरी है कि निगरानी विभाग से इसकी जांच करवाई जाए। जिस राज्य सरकार के पास शिक्षकों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं उस राज्य सरकार के पास बंदरबांट करने के लिए अरबों रुपये मौजूद हैं। शिक्षा के प्रति नीतीश सरकार का यह रवैया साफ जाहिर करता है कि वह बिहार को अनपढ़ बनाए रखना चाहती है। आम आदमी के पैसों को अधिकारियों, दलालों और बिचौलियों के बीच लुट मची हुई है।
अलग-अलग जिलों में हुए आवंटन पर श्वेत पत्र हो जारी
कांग्रेस की मांग है कि सरकार शिक्षा विभाग में अलग-अलग जिलों में हुए आवंटन पर श्वेत पत्र जारी करे और प्रदेश की जनता को बताए कि 2005 से 2020 के बीच आम आदमी के पैसों का किस तरह से इस्तेमाल हुआ है। एक बड़ा घोटाला सामने आएगा। नीतीश कुमार यह सब जानते हैं और इसीलिए इस घोटाले को दबाने की तमाम कोशिशों में सरकार की पूरी मशीनरी को लगा दिया गया है।