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सीआइडी में बनेगा कम्युनिकेशन विंग, इंटरनेट मीडिया पर रखेगा नजर-सीएम नीतीश कुमार ने दिया आदेश

नीतीश कुमार ने कहा है कि सीआइडी विभाग में एक कम्युनिकेशन विंग बनाएं जो सारी बातों की जानकारी लोगों को दे ताकि लोग भ्रमित न हो सकें। एक-एक खबर पर ध्यान दीजिए। इंटरनेट मीडिया पर भी ध्यान दीजिए।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 09:38 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 09:38 AM (IST)
सीआइडी में बनेगा कम्युनिकेशन विंग, इंटरनेट मीडिया पर रखेगा नजर-सीएम नीतीश कुमार ने दिया आदेश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। जागरण आर्काइव। -

राज्य ब्यूरो, पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से चलाई जा रही नकारात्मक खबरों के संदर्भ में पुलिस विभाग को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही सही जानकारी देने की जिम्मेदारी दी। उन्होंने कहा कि सीआइडी विभाग में एक कम्युनिकेशन विंग बनाएं जो सारी बातों की जानकारी लोगों को दे ताकि लोग भ्रमित न हो सकें। एक-एक खबर पर ध्यान दीजिए। इंटरनेट मीडिया पर भी ध्यान दीजिए। कोई घटना होने पर क्या किया गया, किस स्थिति में आप पहुंचे हैं, जांच में क्या हुआ, इसके बारे में भी लोगों को इंटरनेट मीडिया पर बताइए। इससे वातावरण में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने मीडिया की भूमिका की भी सराहना की और कहा कि आपलोग जो भी प्रकाशित करते हैं, हम उस पर ध्यान देते हैं। पुलिस जो बताती है वह एक हिस्सा है, आप बताते हैं तो दूसरा हिस्सा होता है।

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मुख्यालय के पास ही पुलिस के अन्य विंग

सीएम ने कहा कि पुलिस के भी कई विंग हैं। उनके लिए अभी जिला मुख्यालय में जगह नहीं है। हमने आज की बैठक में वह भी तय करा दिया है। जिला में पुलिस मुख्यालय के पास ही पुलिस के अन्य विंग के लिए भी जगह निर्धारित कर दी गई है ताकि पुलिस से संबंधित सारे कार्य वहां हो सके। उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण में पूरे तौर पर सब लोग कोशिश में लगे हुए हैं। पुलिस के लिए ट्रेनिंग से लेकर हथियार और जरूरी बल जुटाने में भी लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही काम में लगाया जाए। 

सीआइडी और बीएमपी के अफसरों ने दिया प्रेजेंटेशन

पुलिस मुख्यालय में समीक्षा बैठक के दौरान सीआइडी के एडीजी विनय कुमार ने अपराध अनुसंधान विभाग से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में सीआइडी की कार्यशैली, प्रशिक्षण से लेकर फॉरेंसिंक लैब तक के बारे में बताया गया। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम-1989 के तहत लंबित कांडों की समीक्षा के संबंध में भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। इसके अलावा बीएमपी के डीजी आरएस भट्टी ने बिहार सैन्य पुलिस से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में बिहार सैन्य पुलिस की भूमिका, बल प्रबंधन, महिला बल सशक्तीकरण, खेलकूद प्रभाग तथा आधारभूत संरचना से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। 


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