सीबीएसई 10वीं में 80% अंकों का मूल्यांकन करेगी कमेटी, अब इस आधार पर तैयार होगा रिजल्ट
सीबीएसई के निर्देश पर राजधानी के स्कूलों में मूल्यांकन कमेटी का गठन कर दिया गया है। अब जल्द ही कमेटी दसवीं के छात्रों का मूल्यांकन प्रारंभ कर देगी। कमेटी का अध्यक्ष स्कूल के प्राचार्य को बनाया गया है।
जागरण संवाददाता, पटना: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) के निर्देश पर राजधानी के स्कूलों में मूल्यांकन कमेटी का गठन कर दिया गया है। अब जल्द ही कमेटी दसवीं के छात्रों का मूल्यांकन प्रारंभ कर देगी। कमेटी का अध्यक्ष स्कूल के प्राचार्य को बनाया गया है। प्राचार्य की अध्यक्षता में सात सदस्यीय कमेटी छात्रों का मूल्यांकन कर रिजल्ट तैयार करेगी। कमेटी में दो शिक्षक बाहर के होंगे।
एसोसिएशन ऑफ पब्लिक स्कूल्स के अध्यक्ष डॉ. सीबी सिंह का कहना है कि सीबीएसई के निर्देश पर सभी स्कूलों ने मूल्यांकन कमेटी का गठन कर लिया है। अब जल्द ही छात्रों का मूल्यांकन शुरू कर दिया जाएगा। मूल्यांकन कमेटी 80 अंकों का ही मूल्यांकन करेगी। 20 अंकों का मूल्यांकन स्कूल प्रबंधन ही करेगा।
प्रथम यूनिट टेस्ट के आधार पर छात्रों को 10 अंक
वहीं पाटलिपुत्र सहोदय के पूर्व कोषाध्यक्ष एके नाग का कहना है कि सीबीएसई के निर्देशों के अनुसार प्रथम यूनिट टेस्ट के आधार पर छात्रों को 10 अंक प्रदान किए जाएंगे। वहीं, मिड टर्म परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर छात्रों को 30 अंक प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा प्री-बोर्ड परीक्षा के आधार पर 40 अंक प्रदान किए जाएंगे। साथ ही सीबीएसई ने यह भी जोड़ा है कि जल्द ही हर स्कूल के लिए बेस ईयर का रिजल्ट भेजा जाएगा। बेस ईयर के रिजल्ट के आधार पर ही छात्रों को इस वर्ष का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। सीबीएसई ने यह भी निर्देश दिया है कि अगर किसी स्कूल ने एक से अधिक बार प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित किया है, तो वे सभी प्री बोर्ड का औसत निकाल कर रिजल्ट तैयार कर सकते हैं। अगर स्कूल चाहें तो ऑनलाइन परीक्षा भी आयोजित कर सकते है।
निर्देशों का नहीं पालन करने पर हो सकती कार्रवाई
सीबीएसई ने सभी स्कूलों को चेतावनी भी जारी कर दी है। सीबीएसई का कहना है कि बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों का पालन नहीं करने पर या रिजल्ट में किसी तरह का भेदभाव करने पर स्कूलों पर कठोर कार्रवाई की जा सकती है। सीबीएसई का कहना है कि रिजल्ट में ज्यादा गड़बड़ी करने पर स्कूल की संबंद्धता समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। इसके अलावा स्कूल के खिलाफ फाइन भी लगाया जा सकता है।