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सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर किया तीखा प्रहार, कहा- यहां अच्छी चीजों की इज्जत नहीं

जल-जीवन-हरियाली दिवस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि अपनी अच्छी बातें सोशल मीडिया में लगातार डालें । कोई दुष्प्रचार करे तो उसका जबाव भी देना जरूरी है। महीने के हर मंगलवार को समाज में जागरूकता के लिए विभिन्न किस्म के आयोजन करें ।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2021 06:58 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 09:47 PM (IST)
सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर किया तीखा प्रहार, कहा- यहां अच्छी चीजों की इज्जत नहीं
जल-जीवन-हरियाली दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम नीतीश कुमार। जागरण फोटो।

पटना, राज्य ब्यूरो । जल-जीवन-हरियाली दिवस (5 जनवरी ) के मौके पर राजधानी स्थित अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने  सोशल मीडिया के रवैये पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अच्छी चीजों की इज्जत कम है। मौके पर मौजूद विभिन्न विभागों के अफसरों को उन्होंने परामर्श दिया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अगर कोई आपके काम को गलत ढंग से पेश करे तो उसका जबाव दें। अपने कार्यों की तस्वीर नियमित रूप से डालें। हम काउंटर करने की बात नहीं कर रहे। पर आजकल यह दिख रहा कि जो काम नहीं होता है वह लोगों के घर-घर पहुंच रहा।

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कोराेना काल में उल्‍टा-पुल्‍टा दुष्‍प्रचार

कोरोना काल में हमलोगों के खिलाफ सोशल मीडिया में उल्टा-पुल्टा दुष्‍प्रचार हुआ। बहुत लोग हमारी आलोचना कर रहे थे। सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे खिलाफ मे बहुत बातें आयीं। आज बिहार में जिस तरह से कोविड संक्रमण कम करने पर काम हुआ उसे पुरस्कार मिल रहा है। देश में प्रति दस लाख की आबादी पर जितनी कोरोना जांच हो रही उससे 19 हजार अधिक जांच बिहार में हो रही है। इसे सोशल मीडिया पर कोई चला रहा है क्या?

तो 18 हजार किमी लंबी मानव श्रृंखला नहीं बनती

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान को ले जागृति अभियान चलाते रहना है। लोगों के बीच हमेशा कैंपेन होते रहना चाहिए। जल और हरियाली में कमी रहेगी तो जीवन नहीं रहेगा। हर महीने के पहले मंगलवार को अलग-अलग तरीके से जागृति अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि अगर लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरूकता नहीं रहती तो यहां इस विषय पर 18 हजार किमी लंबी मानव श्रृंखला नहीं बनती। पांच करोड़ से ज्यादा लोगों की भागीदारी रही। बड़े तालाब बनाने की मुख्यमंत्री ने अपील की। उन्होंने कहा कि इसके लिए पैसे की जरूरत होगी तो उसे उपलब्ध कराएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम तौर बिहार के बारे में यह धारणा है कि यहां जल संकट नहीं है पर बड़े पैमाने पर यहां जल संकट है। आबादी तेज गति से बढ़ती जा रही है। दुनिया में सबसे अधिक प्रजनन दर है यहां।


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