Move to Jagran APP

Bihar Human Chain: CM नीतीश ने दिया जनता को धन्‍यवाद, कहा- पर्यावरण से कोई समझौता नहीं

Bihar Human Chain मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को पटना गांधी मैदान में आयोजित मानव श्रृंखला में शामिल हुए। उन्‍होंने राज्‍य में इस आयोजन की सफलता के लिए जनता को धन्‍यवाद दिया।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 02:20 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 10:10 PM (IST)
Bihar Human Chain: CM नीतीश ने दिया जनता को धन्‍यवाद, कहा- पर्यावरण से कोई समझौता नहीं
Bihar Human Chain: CM नीतीश ने दिया जनता को धन्‍यवाद, कहा- पर्यावरण से कोई समझौता नहीं

पटना [स्‍टेट ब्‍यूरो]। जल-जीवन-हरियाली अभियान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित किए जाने को ले मुख्यमंत्री (Chief Minister) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रविवार को गांधी मैदान में आयोजित मानव श्रृंखला (Human Chain) में शामिल हुए। मानव श्रृंखला के समापन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण (Environment Conservation) से जुड़े मुद्दे पर वे किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे। पर्यावरण की रक्षा से जुड़ा जल-जीवन-हरियाली अभियान निरंतर चलता रहेगा। तभी लोगों में जागरुकता रहेगी। यह खुशी की बात है कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर बिहार के लोग अब सजग हो रहे हैं। उनकी जागरूकता बड़ी बात है। हरियाली बढ़ेगी तब बिहार में पर्यावरण संतुलित रहेगा और इससे आने वाली पीढ़ी का जीवन सुरक्षित रहेगा।

loksabha election banner

पर्यावरण संरक्षण की बात सुन प्रसन्‍न होते लोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी जल-जीवन-हरियाली यात्रा में उन्होंने यह देखा कि लोगं पर्यावरण संरक्षण की बात सुन प्रसन्न होते हैं। पिछले कुछ महीने से हमलोग लगातार इस पर चर्चा कर रहे हैं। जल और हरियाली के बगैर जीवन नहीं है। जल-जीवन-हरियाली के लिए हमलोगों ने कार्य-योजना बनाई है और उस पर मिशन मोड में काम हो रहा है।

जागृति के बगैर पर्यावरण संरक्षण संभव नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की जो स्थिति है, उसमें लोगों की जागृति का खास महत्व है। उनकी जागरूकता हो तभी हम पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं। मुझे इस बात की खुशी है लोगों में जागृति आयी है।

भूजल स्तर गिरा, जल संरक्षण की जरूरत

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने 2019 के मानसून का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जुलाई में पहले किस तरह से भीषण बारिश हुई और फिर सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गई। सितंबर में पुन: जबर्दस्त बारिश की वजह से परेशानी हुई। बिहार के कई हिस्सों में पिछले वर्ष भूजल स्तर में गिरावट आई। हाल यह रहा कि उत्तर बिहार में भूजल स्तर गिरा। जरूरत जल संरक्षण की है। रेनवाटर हार्वेस्टिंग की योजनाएं शुरू हुई है। बाढ़ के समय हम गंगा के पानी को राजगीर और बोधगया ले जाकर संरक्षित करेंगे। फसल चक्र में परिवर्तन की बात शुरू हुई है।

हरित आवरण बढ़ाने को करेंगे 8.5 करोड़ पौधरोपण

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि हरित आवरण को बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार 8.5 करोड़ पौधरोपण करेगी। पौधरोपण के लिए लोगों को भी प्रेरित करने की जरूरत है। सामाजिक जागृति के इस अभियान को सभी का सहयोग चाहिए।

मानव श्रृंखला में महिलाओं व युवाओं की बड़ी भागीदारी

मानव श्रृंखला की चर्चा करते हुए कहा कि संपूर्ण बिहार इसके माध्यम से एक दूसरे से जुड़ गया। गांधी मैदान में लोग बिहार का नक्शा बनाकर खड़े रहे। महिलाओं, युवाओं और सभी धर्मों को मानने वाले लोगों की इसमें भागीदारी हुई है। यह मामूली बात नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.