बिहार का जल-जीवन-हरियाली अभियान पूरे देश को दिखाएगा राह
पटना के ज्ञान भवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में जल संचय करना जरूरी है।
पटना, जेएनएन। पटना के ज्ञान भवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि हमने घर-घर बिजली पहुंचाने का काम किया। नीतीश कुमार ने कहा कि पानी के दुरुपयोग का रोकना जरूरी है। सरकार ने पेड़ लगाने पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली मिशन की शुरुआत की। सीएम ने ज्ञान भवन में जल जीवन हरियाली कार्यक्रम में 32781 योजनाओं का शिलान्यास किया, इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जल जीवन हरियाली अभियान पर पुस्तक का विमोचन भी किया। बिहार में हर कुएं का जीर्णोद्धार होगा।
इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों, प्रखंडों और पंचायत स्तर पर कम-से-कम एक योजना का आगाज भी हो गया है। सीएम ने इसी के साथ 2391 योजनाओं का उद्घाटन और 32781 योजनाओं का शिलान्यास किया।
सार्वजनिक स्थल के चापाकल को ठीक कराया जाएगा। बाढ़, सूखे से निपटने के लिए सरकार काम कर रही है।
बिहार पर भी जलवायु परिवर्तन का प्रभाव पड़ेगा।
इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने कहा कि पर्यावरण में असंतुलन की समस्या देश और दुनिया की समस्या है।बिहार ने पर्यावरण को नुक़सान पहुंचने का कोई ऐसा काम नही किया है बावजूद इसके बिहार भी पर्यावरण का असंतुलन का शिकार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में जब सूखा और बाढ़ से त्रासदी की समस्या बढ़ने लगी तो हमने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम की शुरुआत की। उत्तर बिहार में हरित आवरण को बढ़ाने का निश्चय किया गया और प्रदेश में 24 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य तय किया गया। इनमें से 19 करोड़ पेड़ लगाए जा चुके हैं।
सीएम नीतीश ने जल्ला के इलाक़े (जहां पानी जमा होता हो) में घर बनाने को लेकर चिंता जताई और कहा कि पटना में भी अतिक्रमण की वजह से जलजमाव हुआ, ये किसी से छिपा हुआ नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की कि न सिर्फ़ पेड़ लगाएं बल्कि जल का संचय भी करें, तभी जल जीवन हरियाली कार्यक्रम सफल होगा।