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बिहार में संभावित बाढ़ को ले CM नीतीश का आदेश: कोरोना को ध्यान में रखकर तैयारी करें अधिकारी

बिहार में आगामी बाढ़ व सुखाड़ से राहत व बचाव की तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं। इसे लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने 13 जून के पहले सारी तैयारियों को पूरा करने का आदेश दिया।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 10:35 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 10:36 PM (IST)
बिहार में संभावित बाढ़ को ले CM नीतीश का आदेश: कोरोना को ध्यान में रखकर तैयारी करें अधिकारी
आगामी बाढ़ व सूखे को लेकर आयोजित बैठक में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार।

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar)ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभावित बाढ़ व सुखाड़ (Flood and Drought) के पूर्व की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। इस क्रम में उन्होंने निर्देश दिया कि 13 जून के पहले सारी तैयारियों को पूरा करें। आपदा प्रबंधन विभाग (Crisis Management Group) नियमित रूप से मानीटरिंग करता रहे। तटबंधों (Embankments) की निगरानी के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए। निगरानी कार्य में लगाए जाने वाले लोगों का विशेष प्रशिक्षण हो। उन्‍होंने यह जोर देकर कहा कि बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों में लगाए जाने वाले सभी लोगों का शत प्रतिशत कोरोनावायरस टीकाकरण (CoronaVirus Vaccination) कराएं।

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कोरोना को ध्यान में रखकर करें संभावित बाढ़ की तैयारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कोरोना की विशेष परिस्थिति है। इसे ध्यान में रखकर ही संभावित बाढ़ की पूरी तैयारी करनी है। बाढ़ की स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों में टीम बनाकर सही आकलन कराएं। प्रभावित परिवारों की सूची बनाते समय पूरी पारदर्शिता बरती जाए, ताकि कोई लाभ से वंचित न रहे। यह सुनिश्चित किया जाए कि वास्तविक हकदार लाभ से वंचित नहीं रहे। सामुदायिक रसोईघर (कम्युनिटी किचन) और राहत शिविर में काम करने वाले लोगों का भी टीकाकरण कराएं। बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों को बाढ़ राहत शिविर में आने के बाद अनिवार्य रूप से उनकी कोरोना जांच कराई जाए। अगर कोई पाजिटिव पाया जाता है तो उसे राहत शिविर में अलग से आइसोलेट कर इलाज की व्यवस्था कराई जाए।

मानसून से पहले पूरा करें कटाव व बाढ़ से सुरक्षा के काम

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ सुरक्षा को ले बचे हुए सभी कटाव निरोधक कार्य एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को मानसून के पहले पूरा करें। तटबंधों की निगरानी को ले विशेष सतर्कता बरती जाए। गश्त का काम नियमित रूप से होना चाहिए। बाढग़्रस्त क्षेत्रों में नाव की पर्याप्त उपलब्धता रहे।

दवा, पशु चारा व बाढ़ राहत सामग्री की करें व्‍यवस्‍था

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव दवा, पशु दवा, हैलोजन टेबलेट, सांप काटने पर दी जाने वाली दवा, ब्लीचिंग पाउडर और डायरिया की दवा की पर्याप्त उपलब्धता रखें। कैटल ट्रफ की समुचित व्यवस्था, पशुचारा, बाढ़ राहत सामग्री दवा के साथ-साथ अन्य चीजें भी उपलब्ध रखें।

बैठक में मुख्यमंत्री के साथ कौन-कौन थे, जानिए

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार और मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद थे। वहीं वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान, पथ निर्माण मंत्री मंत्री नितिन नवीन, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज और श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल थे।


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