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बिहार में भी डायल 100 सेवा शुरू, अब 20 मिनट में स्‍पॉट पर पहुंच जाएगी पुलिस

बिहार में आज से डायल 100 सेवा शुरू की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को इसका उद्घाटन किया। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 12:49 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 11:16 PM (IST)
बिहार में भी डायल 100 सेवा शुरू, अब 20 मिनट में स्‍पॉट पर पहुंच जाएगी पुलिस
बिहार में भी डायल 100 सेवा शुरू, अब 20 मिनट में स्‍पॉट पर पहुंच जाएगी पुलिस
पटना [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय में डायल 100 सेवा के नए स्वरूप को लांच किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की मदद हासिल करने के लिए शुरू की गई डायल 100 सेवा के तहत पुलिस के लिए रिस्पांस टाइम भी तय किया गया है। शहरी क्षेत्र में पुलिस का रिस्पांस टाइम 20 मिनट का होगा, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में आधे घंटे के भीतर पुलिस पहुंचेगी।
बिहार में अधिकतर अपराध के पीछे भूमि विवाद
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन को लेकर बिहार में काफी झंझट है। पुलिस को इस पर खास तौर पर नजर रखनी चाहिए। जमीन का दाम बढ़ रहा है। ऐसे में कौन किसका पैसा उड़ा लेना चाहता है और जमीन को वे किस तरह के अपराध होंगे यह कहा नहीं जा सकता। हत्याकांडों के 60 प्रतिशत मामले ऐसे हैं जिनके मूल में जमीन है। गंभीरतापूर्वक और संवेदनशीलता के साथ समीक्षा होगी तो बहुत सारे मामलों का निपटारा होगा। कांड की संख्या का मतलब नहीं रहा अब। घटनाएं ऐसी-ऐसी होती हैं कि हम सब को बुरा लगता है।
यह देखना होगा कि रिस्पांस टाइम किस तरह का है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखना होगा कि पुलिस तंत्र सक्रिय है या नहीं। यह आकलन आवश्यक है कि घटना के कितनी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मैंने पूर्व में ही पुलिस को यह हिदायत दी थी कि थाने के स्तर पर अपराध की घटनाओं का विश्लेषण किया जाए। पुलिस पर अगर हमला होता है तो वैसे मामलों में सख्ती से निपटे पुलिस।
किसी ऑपरेशन में जाने से पहले यह भी देखा जाना चाहिए कि पर्याप्त पुलिस बल है या नहीं। अब किसी चीज की कमी नहीं। पहले पुलिस के पास थ्री नॉट थ्री राइफल होती थी और अपराधी के पास एके-47 पर आज स्थिति बदल गई है।
पेट्रोलिंग बढऩी चाहिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की पेट्रोलिंग बढऩी चाहिए। जितने भी थाने और ओपी हैं, उन सभी जगहों पर लैंड लाइन फोन लगने चाहिए। बीएसएनएल के साथ यह करार होना चाहिए कि फोन में गड़बड़ी आने के आधे घंटे के भीतर वह उसे ठीक करेंगे। डायल 100 सेवा को और आधुनिक बनाए जाने पर मुख्यमंत्री ने बल दिया। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर ऐडेड पुलिस डिस्पैच व्हेकिल की व्यवस्था जरूरी है।
थानों में आई नई गाड़ी थाने में ही रहे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि थानों में आने वाली नई गाड़ी थाने में ही रहनी चाहिए। ऐसा नहीं हो कि नई गाड़ी अफसर ले लें और उसकी जगह अपनी पुरानी गाड़ी थाने को दे दें। ऐसी शिकायत मिलती रहती है।
थाना स्तर के तबादले में सामाजिक बैलेंस जरूरी
मुख्यमंत्री ने थाना स्तर पर होने वाले तबादले के संबंध में अधिकािरयों को यह निर्देश दिया कि इसमें सोशल बैलेंस जरूर रखें।
हर महीने सीएस-डीजी व गृह सचिव की बैठक
विधि-व्यवस्था से जुड़े मामलों की समीक्षा के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी के स्तर पर हर महीने समीक्षा बैठक हो। डीएम.एसपी हर पंद्रह दिन पर बैठक करें। समन्वय जरूरी है।
एक बार में आ सकते 180 कॉल
एडीजी पुलिस मुख्यालय एके सिंघल ने इस मौके पर विस्तार से डायल 100 सेवा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पहले यह सेवा केवल पटना के लिए थी। अब पूरे बिहार के लिए यह सुविधा उपलब्ध हो गई है। पटना में इसके लिए नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। यह नियंत्रण कक्ष छह पीआरआइ लाइन का है। एक पीआरआइ लाइन में 30 फोन काम करेंगे। इस हिसाब से वर्तमान में 180 लोग एक बार डायल 100 पर बात कर सकेंगे। अभी डेढ़ सौ लाइन आने वाले फोन के लिए और 30 फोन जाने वाली कॉल्स के लिए रखी गई है। कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात कराने की भी व्यवस्था है।
केवल नंबर डायल करें, पहुंच जाएगी पुलिस
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस मौके पर कहा कि इस तकनीक पर भी काम हो रहा है कि अगर कोई व्यक्ति कहीं घिरा हुआ है और बोलने में खतरा है तो वह सिर्फ 100 डायल कर दे। सिर्फ नंबर डायल होने पर पुलिस वहां पहुंच जाएगी।
डायल 100 से अपराधियों में होगा खौफ
गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी ने कहा कि डायल 100 से अपराधियों में भी खौफ होगा। डीजीपी केएस द्विवेदी ने इस मौके पर कहा कि सरकार निरंतर इस उद्देश्य पर काम कर रही है कि उसकी योजनाओं से आम आदमी को लाभ हो। डायल 100 उसी कड़ी के तहत आरंभ की गई एक सेवा है।

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