सीएम नीतीश ने लाल किला पर उग्र प्रदर्शन की निंदा की- अपनी बात रखने का मतलब यह नहीं कि आप देश का अहित करें
नीतीश कुमार ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन लाल किला पर आंदोलनकारियों ने जो किया वह निंदनीय है। आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर पटना में बापू स्मृति स्थल पर मुख्यमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि दी ।
पटना, राज्य ब्यूरो । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि अपनी बात रखने का मतलब यह नहीं कि आप देश के अहित की बात करें। गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में लाल किला पर उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों द्वारा अपना झंडा फहराए जाने पर मुख्यमंत्री की यह पहली प्रतिक्रिया है। गांधी जी की पुण्यतिथि पर गांधी घाट स्थित बापू स्मृति स्थल पर माल्यार्पण कर लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह से काम करने का क्या औचित्य है। अपनी बात रखने का सभी को हक है पर इसका मतलब यह थोड़े ही है कि आप देश हित के विरुद्ध काम करेंगे। लाल किला पर जो भी हुआ वह निंदनीय है।
हमने ही बिहार में मानव श्रृंखला शुरू कराया
महागठबंधन द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में मानव श्रृंखला आयोजित किए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री से जब उनकी प्रतिक्रिया पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि कम से कम मानव श्रृंखला को माना तो गया। हमने यहां मानव श्रृंखला शुरू कराया था।
बापू के विचारों पर बिहार में अमल हो रहा
बापू के प्रति श्रद्धा निवेदित करते हुए उन्होंने कहा बिहार में बापू के विचार को केंद्र में सब काम हो रहा। बापू ने कहा कि प्रकृति आपकी जरूरत को पूरा कर सकती है पर आपकी लालच नहीं। सात सामाजिक बुराई की चर्चा की थी बापू ने। इस बात को नयी पीढ़ी तक पहुंचा देना है। इसे हम सभी तक पहुंचा रहे। स्कूलों में बापू के जीवन के बारे में बता रहे। हमारी तो अपनी सोच है कि अगर नयी पीढ़ी बापू के विचारों को दस प्रतिशत तक अपना ले तो देश बदल जाएगा। गंदे काम पर नियंत्रण हो जाएगा। हमलोग बापू के विचारों से हट नहीं सकते। बापू को हमेशा याद रखना है। देश को आजादी दिलायी और देश के विकास के लिए अपनी बात कही।
कड़ाके की ठंड के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है।