CM नीतीश का बड़ा ऐलान- NMCH में की सीटें 100 से बढ़कर 250 तथा बेड 2500 हो जाएंगे
मुख्यमंत्री ने एनएमसीएच के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। बड़ी घोषणा करते हुए सीएम कहा कि एनएमसीएच की सीटें एक सौ से बढ़कर 250 तथा बेड 750 से बढ़कर ढ़ाई हजार किये जायेंगे।
पटना [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि स्वास्थ्य महकमा व संबंधित विभाग अभी से ही केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य बीमा से संबंधित ऐलान पर अपनी तैयारी करे। यह कोई मामूली बात नहीं कि दस करोड़ परिवार को पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा सरकार के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। यह व्यवस्था हो जाने से गरीब-गुरबा लोगों के इलाज में कोई दिक्कत नहीं होगी। पटना सिटी में एनएमसीएच के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डायग्नोस्टिक) भवन के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण 43.55 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से निजी अस्पताल स्वास्थ्य संबंधी उपकरण की आपूर्ति करने वाली कंपनियों के साथ करार करते हैैं उसी तरह सरकारी अस्पतालों के लिए भी करार होना चाहिए। निजी क्षेत्र के करार में यह होता है कि संबंधित मशीन से जुुड़ी नयी टेक्नोलॉजी आने पर उस मशीन की आपूर्ति करने वाली कंपनी पुरानी मशीन वापस लेकर उसकी जगह नयी मशीन उपलब्ध करा देती है।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डायग्नोस्टिक) में मुख्यमंत्री ने एमआरआइ की व्यवस्था सरकारी स्तर पर कराए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि एलोपैथी सिस्टम में सबसे बड़ी चीज जांच है। अब वह समय चला गया जब डॉक्टर हालचाल पूछकर इलाज कर देते थे। इस सेंटर में सभी तरह के जांच की सुविधा एक छत के नीचे उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एनएमसीएच का और विस्तार करना चाहते हैैं। इसका विकास 57 एकड़ जमीन पर चरणबद्ध तरीके से होगा। स्वास्थ्य विभाग जल्द प्रस्ताव लाए। जब एनएमसीएच कॉलेज और अस्पताल एक परिसर में आ जाएंगे तो कॉलेज की सौ सीटें बढ़कर ढाई सौ हो जाएंगी। वर्तमान में इस मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 750 बेड हैैं जो बढ़कर ढाई हजार हो जाएंगे। एनएमसीएच परिसर में नर्सिंग कॉलेज भी खुलेगा।
मुख्यमंत्री ने आज पुन: यह बात कही कि वह चाहते हैैं कि कोई अपनी इच्छा से बाहर जाकर इलाज कराना चाहे तो कोई बात नहीं पर मजबूरी में इलाज के लिए किसी को बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि बजट में मेडिकल कॉलेज के संबंध में जो घोषणा की गयी है उसे भी हम देखेंगे।