बिहार में चिराग पासवान की पार्टी ने बदली रणनीति, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय ने बताई ये बात
Bihar Politics लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अब एकला चलो वाली नीति को बदलने की तैयारी में हैं। पहले बिहार विधानसभा के चुनाव और बाद में उप चुनाव के नतीजों ने उन्हें अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया है।
पटना, जागरण टीम। Bihar Politics: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अब एकला चलो वाली नीति को बदलने की तैयारी में हैं। पहले बिहार विधानसभा के चुनाव और बाद में उप चुनाव के नतीजों ने उन्हें अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया है। हालत यह है कि अब उनकी पार्टी के पास न तो कोई विधायक है और न ही विधान पार्षद। चुनाव जीतने वाले इकलौते जनप्रतिनिधि बतौर सांसद चिराग ही बचे हैं। लोजपा (राम विलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय ने कहा कि आगामी 24 सीटों पर होने वाले स्थानीय निकाय (बिहार विधान परिषद) चुनाव के अलावा प्रदेश में जो भी चुनाव में होगा, वह चुनाव किसी न किसी गठबंधन के तहत लड़ा जाएगा।
नए गठबंधन सहयोगी को तय करने से संबंधित प्रस्ताव शनिवार को आयोजित बैठक में पारित किया गया। यह प्रस्ताव पार्टी के राष्ट्रीय चिराग पासवान को सौंप दिया गया है। बैठक में राजू तिवारी और संजय पासवान समेत अन्य नेता मौजूद थे। अब सभी की निगाह इस बात पर टिकी है कि चिराग का अगला सहयोगी कौन होता है। मौजूदा राजनीतिक समीकरणाें को देखें तो भाजपा के प्रति चिराग का साफ्ट कार्नर साफ नजर आता है, लेकिन जदयू से उनका कड़वाहट भरा रिश्ता बिहार में उनके एनडीए में आने की राह की सबसे बड़ी मुश्किल है। दूसरी तरफ, राजद के नेताओं ने चिराग को अपनी तरफ आने का निमंत्रण तो कई बार दिया है, लेकिन वहां उनको कितना भाव मिलता है, यह वक्त ही बताएगा।
लोजपा (राम विलास) का स्थापना दिवस समारोह 28 को
28 नवंबर को राजधानी पटना के बापू सभागार में लोजपा (राम विलास) का स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की अध्यक्षता में शनिवार को बैठक में समारोह को सफल बनाने में सभी जिलों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में पार्टी के सभी पूर्व प्रत्याशी, जिलाध्यक्षों और पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।