बिहारः लोजपा नेता की हत्या पर बोले चिराग, नीतीश की गलत नीतियों का अनिल करते थे विरोध
लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में मनिहारी से पार्टी प्रत्याशी रहे अनिल उरांव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। अनिल की हत्या के बाद लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार की कानून व्यवस्था पर हमला किया है।
ऑनलाइन डेस्क, पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में मनिहारी से पार्टी प्रत्याशी रहे अनिल उरांव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। तीन दिन पहले उनका अपहरण किया गया था। 10 लाख की फिरौती लेने के बाद अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। रविवार को उनका शव मिट्टी में गड़ा हुआ मिला। शव पर कई जगह जख्म के निशान थे और दोनों आंखें फोड़ दी गई थीं। अनिल की हत्या के बाद लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार की कानून व्यवस्था पर हमला किया है।
बिहार में कानून की हकीकत को किया बयां
चिराग पासवान ट्विटर पर लिखा कि अनिल उरांव के अपहरण के बाद से ही मैं दो जिलों के पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क में था, ताकि किसी तरह उनकी जान बच सके लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चिराग ने कहा कि कई वर्षों से पार्टी के साथ अनिल जुड़े रहे। 2015 विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद पिछले विधानसभा चुनाव में नीतीश सरकार की गलत नीतियों का जमकर विरोध किया। अनिल ने बिहार फर्स्ट के साथ मनिहारी विधानसभा से चुनाव लड़ा और 20 हजार वोट प्राप्त किया था। चिराग ने कहा कि अनिल मृदुल भाषी के साथ बेहद मिलनसार भी थे। उनकी हत्या ने फिर बिहार में कानून की हकीकत को बयान किया है। इस दुःख कि घड़ी में मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और ईश्वर से कामना करता हूं।
सरकारी और निजी बॉडीगार्ड होने के बाद भी हत्या
तीन दिन पहले अपहरण के बाद 10 लाख रुपये की फिरौती लेने के बाद बेरहमी से अनिल उरांव की हत्या कर दी गई। रविवार को शव मिलने के बाद लोगों ने जमकर बवाल काटा। सड़क जाम करने के साथ ही पुलिस की गाड़ी पर भी समर्थकों ने हमला बोल दिया। पुलिस ने मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।गुरुवार की दोपहर से कोर्ट स्टेशन निवासी व लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अनिल उरांव लापता थे। अपहर्ताओं ने फोन पर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। चर्चा है कि शुक्रवार की रात बनभाग गांव के भुटहा मोड़ के पास फिरौती वसूली गई थी। लोजपा नेता अनिल उरांव ने 2015 और 2020 में कटिहार जिले के मनिहारी से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। वे स्थानीय बेला रिकाबगंज पंचायत के मुखिया भी रह चुके थे। उनके पास सरकारी और निजी बॉडीगार्ड थे।