चिराग पासवान ने खुद बताया शबरी का वंशज, कहा- मेरे जीवनकाल में मंदिर बनना सौभाग्य की बात
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यतक्ष चिराग पासवान ने मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए ट्वीट पर ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के साथ भेदभाव खत्म करने वाला समाज बने।
पटना, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पांच अगस्त को राममंदिर का भूमि पूजन होना है। इसको लेकर उत्साह चरम पर बना हुआ है। अयोध्या में ही नहीं बिहार में भी इस खास दिन को यादगार बनाने के लिए तैयारी की जा रही है। शनिवार को एनडीए के सहयोगी व लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यतक्ष चिराग पासवान ने मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए ट्वीट पर ट्वीट किए हैं। कुछ तस्वीरों को साझा करते हुए चिराग ने खुद को मां शबरी का वंशज बताया साथ ही कहा कि मंदिर के साथ ऐसे समाज का निर्माण हो जहां किसी के साथ भेदभाव न किया जाए।
चिराग ने राम मंदिर निर्माण को लेकर खुशी जाहिर करते हुए एक के बाद एक चार ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, वंचित वर्ग से आने वाली गुरु मतंग की शिष्या श्री राम की परमभक्त माता शबरी का वंशज होने के नाते यह मेरा सौभाग्य है कि मेरे जीवनकाल में पुनः मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। कुछ ही देर में चिराग ने दूसरा ट्वीट भी किया। इमसें उन्होंने लिखा, मतंग ऋषि की शिष्या माता शबरी को सभी सिद्धियां प्राप्त थीं, उसके बावजूद उनमें तनिक भी अहंकार का भाव नहीं था। यह माता शबरी की भक्ति व प्रेम भाव का असर था कि बिना संकोच के भगवान राम ने प्रेम से उनके झूठे बेर खाए।
ऐसे समाज को हो निर्माण, जहां भेदभाव न हो
सारे ट्वीट के साथ चिराग एक-एक तस्वीर भी साझा करते गए। चिराग ने कहा, माता शबरी के प्रेम को देखते हुए भगवान राम ने उनकी तुलना माता कौशल्या से की थी। वंचित वर्ग से आने के बावजूद भगवान राम के मन में माता शबरी के प्रति तनिक भी भेदभाव की भावना नहीं थी। आखिरी ट्वीट में चिराग ने लिखा, आज मंदिर निर्माण के साथ साथ भगवान राम के इन विचारों को अपना कर ऐसे समाज का निर्माण करना होगा जहां किसी प्रकार का भेदभाव ना हो।