बिहार के बाढ़ राहत शिविर में 'एनडीआरएफ' ने लिया जन्म...जानिए
बिहार में बाढ़ राहत शिविरों में लगातार बच्चों का जन्म हो रहा है। बच्चों का नामकरण भी तरह -तरह से किए जा रहे हैं। कल जन्मे एक बच्चे का नाम लोगों ने एनडीआरएफ रख दिया है।
पटना [वेब डेस्क]। बिहार में बाढ़ राहत शिविरों में लगातार किलकारियां गूंज रही हैं। राहत शिविरों में कई बच्चों का जन्म हो रहा है। बाढ़ राहत शिविरों में जन्म ले रहे बच्चों का नाम भी लोग गंगा, बाढ़ और दहाड़ से जोड़ कर रख रहे हैं।
कल फिर दानापुर के बलदेवा स्कूल स्थित राहत शिविर में एक बार फिर दो बच्चों का जन्म हुआ। दो बच्चों के जन्म से संकट की इस घड़ी में शिविर के लोगों के चेहर पर खुशी दिखी। इतना ही नहीं यहां जन्मे एक बच्चे के जन्म में एनडीआरएफ के जवानों ने काफी मदद की थी। इसकी वजह से उस बच्चे का नाम एनडीआरएफ रखा गया है।
बाढ़ ने न जाने कितने घरों को बर्बाद कर दिया और कितनों की जान भी ली। सब खोकर लोग राहत शिविरों की शरण में हैं। दुखी हैं पर बच्चों के जन्म लेने की सूचना पर शिविर के हर शख्स के चेहर पर मुस्कान आ जा रही है। इन बच्चों को इस दुनिया में लाने के लिए इस आपदा में सरकारी डॉक्टर शिविरों में मौजूद हैं। इन डॉक्टरों ने कई गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव भी कराया।
ढ़ेंः बिहारः भारी बारिश से गया में बुरा हाल. जहानाबाद में हाई अलर्ट जारी फिर दानापुर के बलदेवा स्कूल के राहत शिविर में डॉक्टरों की देख रेख में दो बच्चियों का जन्म हुआ है। जन्म के बाद इन बच्चियों के माता-पिता को इनके लिए कई नाम शिविर के अन्य लोगों की ओर से सुझाए जा रहे हैं। कोई बाढ़उ तो कोई गंगिया तो कोई दहाडू नाम रखने की सलाह दे रहा है। पढ़ेंः बिहारः JDU MLA के बाद अब कांग्रेस MLA से मांगी एक करोड़ की रंगदारी
राहत शिविर में पिछले एक सप्ताह में डॉक्टरों की टीम ने चार बच्चों का सुरक्षित प्रसव कराया है, जबकि कई महिलाएं अभी भी गर्भवती हैं जिनके लिए उनके परिजन अभी से ही बाढ़ व दहाड़ जैसे नाम सोचने में जुटे हैं। सुधा, रम्भा और बटोरनी देवी के घर आए नन्हे मेहमानों ने उन्हें बाढ़ की विपदा से मिले कष्टों को झेलने की शक्ति दी है।