Chhath Puja Morning Arghya: कोरोना काल का पहला छठ महापर्व संपन्न, अर्घ्य के लिए सुबह में घाटों पर उमड़े श्रद्धालु
Chhath Puja Morning Arghya चार दिनों का छठ महाव्रत शनिवार को प्रात-कालीन अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान सारण में हर्ष फायरिंग में पांच लोगों के घायल होने की वारदात को छोड़ दें तो कहीं भी कोई घटना या दुर्घटना नहीं हुई।
पटना, जेएनएन। Chhath Puja 2020 लोक आस्था का महापर्व छठ (Chhath) शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य (Morning Arghya) देने के साथ संपन्न हो गया। नहाय-खाय (Nahay Khay) के साथ शुरू हुए इस चार दिवसीय महापर्व पर इस साल कोरोना संक्रमण (CoronaVirus Infection) का असर दिखा। हालांकि, उत्साह व आस्था में कोई कमी नहीं रही। नदी घाटों पर भीड़ रही, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से अपने आवासीय परिसर में उठ व्रत करते वालों की तादाद इस बार अधिक रही। छठ पर्व के अवसर पर राज्यपाल फागू चौहान (Governor Fagu Chauhan) एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने लोगों को बधाई दी। मुख्यमंत्री आवास (CM House) भी छठ पर्व का आयोजन किया गया।
कोहरे के कारण सूर्योदय में हुआ विलंब
राज्य के कई इलाको में कोहरा भरा मौसम होने के कारण शनिवार को प्रात:कालीन अर्घ्य (Morning Arghya) देने के लिए व्रतियों को इंतजार करना पड़ा। इसके पहले शुक्रवार को डूबते सूर्य को अर्ध्य (Evening Arghya) दिया गया। गुरुवार को खरना व्रत (Kharna Vrata) में व्रतियों ने गुड़, अरवा चावल एवं दूध से रसिया बना कर छठी मैया को भोग लगाया। महापर्व बुधवार को नहाय-खाय (Nahay Khay) के साथ शुरु हुआ, जिसमें व्रतियों ने स्नान व पूजा कर कद्दू-भात का भोग लगा प्रसाद ग्रहण किया।
कोरोना से मुक्ति दिलाने की मांगी मन्नत
आस्था है कि छठ व्रत में मांगी गई मन्नत पूरी होती है। इस अवसर पर लोगों ने अपने एवं परिवार व समाज के लिए मन्नतें मांगीं। कोरोना काल में हो रहे छठ में व्रतियों व श्रद्धालुओं ने कोरोना से मुक्ति दिलाने की भी मन्नतें मांगी।
पर्व के बाद अब समान्य हुई ट्रैफिक व्यवस्था
छठ के दौरान बुधवार अपराह्न दो बजे से शनिवार की सुबह नौ बजे तक के लिए पटना की कई सड़कों पर सामान्य ट्रैफिक व्यवस्था में परिवर्तन किए गए थे। छठ के बाद अब ट्रैफिक को पहले की तरह सामान्य कर दिया गया है।