Move to Jagran APP

एप के जरिए छाता से लेकर बस तक खरीदवाती थी ये फ्राड कंपनी, 44 दिनों में डबल पैसे का खुला राज

एप्लीकेशन एक्सल शेयर के माध्यम से पैसे ठगी का है। ठगी के शिकार बाजार निवासी राजेश अग्रवाल बताते हैं कि इस एप्लीकेशन में एक छाता 580 रूपए में खरीदना होता है। फिर प्रत्येक दिन के हिसाब से पैसे की वापसी होती है।

By Rahul KumarEdited By: Published: Thu, 30 Dec 2021 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 30 Dec 2021 05:08 PM (IST)
एप के जरिए छाता से लेकर बस तक खरीदवाती थी ये फ्राड कंपनी, 44 दिनों में डबल पैसे का खुला राज
44 दिनों में रूपए दोगुना करने का देते थे झांसा। सांकेतिक तस्वीर

बरबीघा(शेखपुरा), संवाद सूत्र। शेखपुरा जिले के बरबीघा सहित आसपास के क्षेत्रों में 44 दिनों में पैसे दोगुना होने के चक्कर में लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में हालांकि डर की वजह से कोई पुलिस में सूचना दर्ज नहीं करा रहे परंतु सभी अफसोस कर रहे हैं। इसमें किसी ने कर्ज लेकर दो लाख तक लगाए तो किसी के पढ़ाई का पैसा भी इसमें डूब गए। 24 दिसंबर से पैसे की वापसी नहीं होने पर अपने ठगे जाने का एहसास लोगों को हुआ।

loksabha election banner

छाता, बस इत्यादि खरीदने पर पैसे दोगुना

यह पूरा मामला एक एप्लीकेशन एक्सल शेयर के माध्यम से पैसे ठगी का है। ठगी के शिकार बाजार निवासी राजेश अग्रवाल बताते हैं कि इस एप्लीकेशन में एक छाता 580 रूपए में खरीदना होता है। फिर प्रत्येक दिन के हिसाब से पैसे की वापसी होती है। 44 दिनों में दोगुना से अधिक रूपए कंपनी लौट देती है। इसके बाद और लोग प्रलोभन में आते हैं फिर एक लाख रूपए में बस की खरीद होती है। इसमें भी 44 दिन में पैसे दोगुने लौटा दिए जाते हैं। बताया जाता है कि इस ठगी में बजार निवासी यशपाल कुमार, सौरभ कुमार इत्यादि के काफी पैसे ठगे गए हैं।

ग्राहक फंसाने पर कमीशन

इस ठगी के खेल में नए ग्राहक को जोड़ने पर 40 प्रतिशत तक कमीशन दिया जाता है। यदि एक छाता खरीदने वाले ग्राहक को तैयार किया जाता था तो उसका 40 प्रतिशत ग्राहक बनाने वालों को मिलता था। बताया जाता है कि इसमें पैसे के प्रलोभन में कई लोगों ने कर्ज लेकर पांच लाख तक लगा दिए है।

24 दिसंबर से पैसा आना बंद

इस संबंध में पीडि़त राजेश अग्रवाल, सौरव, यशपाल इत्यादि ने बताया कि 24 दिसंबर के बाद से सभी के खाते में पैसे आने बंद हो गए। पहले प्रत्येक दिन पैसे आ जाते थे और उसे अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेना होता था। पैसा वापस नहीं आने पर अब इसकी छानबीन की जा रही है तो कहीं से कोई जवाब देने वाला भी नहीं है।

इस संबंध में पुलिस में कोई सूचना नहीं

पीडि़त लोगों ने बताया कि इस संबंध में पुलिस में उनके द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई है। बताया जाता है कि इस जालसाजी के खेल में खुद फंस कर लोगों ने अपने पैसे गंवा दिए है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.