नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का खेल जारी, बहाली निकलते ही सक्रिय हो जाता है गिरोह
बहाली की घोषणा हुई नहीं कि जालसाजों का गिरोह सक्रिय हो जाता है। पुलिस भी इनतक लाख पहुंचने की कोशिश करे पर सफलता नहीं मिल पाती।
पटना, जेएनएन। बहाली की घोषणा होते ही जालसाजों का गिरोह सक्रिय हो जाता है। पहले भी ऐसे कई गिरोह पकड़े गए हैं। लेकिन नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का खेल बदस्तूर जारी है। ताजा मामला बिहार विधानसभा के गेट नंबर छह के बाहर दीवार पर फर्जी रिजल्ट चस्पा करने का है। 48 घंटे बाद भी पुलिस जालसाज के बारे में पता नहीं लगा पाई। रिजल्ट में जिन अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण बताया गया है, उनके रोल नंबर और नाम से घर का पता लगाने के लिए पुलिस दस्तावेज जुटाने में लगी है।
जालसाजों ने लाखों रुपये का किया सौदा
विस में विभिन्न पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। तीन पन्ने के रिजल्ट में लगभग 60 अभ्यर्थियों के नाम और नंबर हैं, जिन्हें जालसाज ने उत्तीर्ण बताया है। अंदेशा है कि प्रति अभ्यर्थी कम से कम पांच लाख रुपये वसूले गए होंगे। ऐसे में जालसाजों ने लाखों रुपये के वारे-न्यारे कर दिए। पुलिस अधिकारियों की मानें तो फर्जी रिजल्ट में उत्तीर्ण बताए गए अभ्यर्थी जालसाज के बारे में जानकारी भी नहीं देना चाहेंगे, क्योंकि उन्हें डर होगा कि वे खुद कहीं फंस न जाएं।
पूर्व में पकड़े जा चुके हैं कई गिरोह
पटना पुलिस नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले कई गिरोहों का भंडाफोड़ कर चुकी है। पिछले तीन सालों में रेलवे, पटना हाईकोर्ट, वायु सेना, सचिवालय समेत कई अन्य विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले जालसाज गिरोह के चार दर्जन से अधिक सदस्य जेल भेजे जा चुके हैं। वहीं बीटेक, मेडिकल और इंटर-मैट्रिक परीक्षा में अंक बढ़ाने के नाम पर ठगी करने वाले कई जालसाज भी पुलिस के गिरफ्त में आ चुके हैं।
हर तरीके से चल रही जांच
पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा विस गेट पर फर्जी रिजल्ट चस्पा करने के मामले में पुलिस हर तरीके से जांच कर रही है। इस गिरोह का जल्द पता लगाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई जाएगी।