ट्रेन की सबसे पीछे वाली बोगी में बैठने वाले कर्मी का बदला पदनाम, रेलवे बोर्ड ने जारी किया आदेश
देखने में यात्रियों को गार्ड भूमिका समझ में नहीं आती है परंतु संरक्षित ट्रेन परिचालन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है। कर्मचारी यूनियनों की मांग पर रेलवे बोर्ड की ओर से अब रेलवे गार्ड का पदनाम बदलकर ट्रेन मैनेजर कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, पटना। ट्रेन परिचालन सबसे अहम भूमिका निभाने वाले गार्ड ट्रेन के सबसे पीछे वाली बोगी में चुपचाप बैठे मिल जाएंगे। देखने में यात्रियों को उनकी भूमिका समझ में नहीं आती है परंतु संरक्षित ट्रेन परिचालन में उनका योगदान महत्वपूर्ण होता है। गार्ड के नाम से पुकारे जाने पर उन्हें आपत्ति हो रही थी। इनके द्वारा बार-बार ट्रेन मैनेजर का पदनाम बदलने पर जोर दिया जा रहा था। कर्मचारी यूनियनों की मांग पर रेलवे बोर्ड की ओर से अब रेलवे गार्ड का पदनाम बदलकर ट्रेन मैनेजर कर दिया गया है। इस संबंध में गुरुवार की देर शाम आदेश जारी कर दिया गया है। इसकी सूचना सभी जोनल महाप्रबंधकों के साथ ही अन्य विभागों एवं रेलवे से जुड़ी संस्थाओं को दे दी गई है।
इस संबंध में रेलवे बोर्ड की ओर से कार्यकारी निदेशक एमके गुप्ता द्वारा आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि गार्ड का केवल पद नाम बदला गया है। इसके आलावा उनके काम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले की तरह उनका स्केल रखा गया है। उनकी जिम्मेवारियों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इतना ही नहीं उनका वेतनमान भी पहले की तरह ही रखा गया है। अभी मेल-एक्सप्रेस के गार्ड को पहले की तरह 4200 ग्रेड पे पर काम करने को कहा गया है।
बदलने के बाद क्या होगा पदनाम ?
- पहले नया पदनाम
- सहायक गार्ड सहायक ट्रेन मैनेजर
- गुड्सगार्ड गुड्स ट्रेन मैनेजर
- वरीय गुड्स गार्ड वरीय गुड्स ट्रेन मैनेजर
- वरीय पैसेंजर गार्ड वरीय पैसेंजर ट्रेन मैनेजर
- मेल-एक्स गार्ड मेल-एक्सप्रेस ट्रेन मैनेजर
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