बिहार को फिर मिले 21 सौ वॉयल रेमडेसिविर, सरकार ने बदली जिलों में भेजने की व्यवस्था
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कुछ समय पहले ही बिहार के लिए डेढ़ लाख रेमडेसिविर का कोटा केंद्र ने निर्धारित किया था। बिहार को अब तक एक लाख वॉयल से ज्यादा रेमडेसिविर के इंजेक्शन मिल चुके हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में घटते कोरोना संकमण के बीच केंद्र सरकार की मदद का सिलसिला भी चालू है। गुरुवार को बिहार को केंद्र सरकार की ओर से रेमडेसिविर इंजेक्शन के और 21 सौ वॉयल मिले हैं, जिन्हें सिविल सर्जन और ड्रग कंट्रोलर की मदद से आवश्यकता के आधार पर अस्पतालों को दिया जाएगा। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी। मंत्री ने बताया कि कुछ समय पहले ही बिहार के लिए डेढ़ लाख रेमडेसिविर का कोटा केंद्र ने निर्धारित किया था। बिहार को अब तक एक लाख वॉयल से ज्यादा रेमडेसिविर के इंजेक्शन मिल चुके हैं। रेमडेसिविर के अलावा गुरुवार को ही प्रदेश को केंद्र सरकार की ओर से 150 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर भी भेजे गए हैं।
केंद्र से लगातार मिल रही मदद
उन्होंने बताया कि इसके पूर्व बुधवार को केंद्र से पांच लीटर के 92 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थे, जबकि पूर्व में राज्य के विभिन्न अस्पतालों एवं जिला स्वास्थ्य समिति को पांच लीटर के लगभग 2430 एवं 10 लीटर के लगभग 15 सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे गए थे। मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों में लगभग 909 बाइपैप मशीन पिछले दिनों उपलब्ध कराए गए थे।
रेमडेसिविर वितरण की व्यवस्था फिर बदली
प्रदेश सरकार ने एक बार फिर रेमडेसिविर इंजेक्शन के जिलावार आवंटन और वितरण अनुदान की व्यवस्था में बदलाव किया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। पटना जिले को रेमडेसिविर इंजेक्शन का 20 फीसद हिस्सा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में इस्तेमाल के लिए और शेष 80 फीसद हिस्सा चिह्नित निजी अस्पतालों के लिए दिया जाता है। अन्य जिलों में 50-50 फीसद की अनुपात में वितरण होता है।
70 फीसद हिस्सा अब निजी अस्पतालों को
अब पटना जिले को छोड़ 50-50 फीसद की बजाय रेमडेसिविर का 30 फीसद हिस्सा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर इस्तेमाल के लिए सिविल सर्जन को दिया जाएगा, जबकि 70 फीसद हिस्सा निजी अस्पताल के मरीजों के लिए आवंटित किया जाएगा। वितरण की नई व्यवस्था के साथ जिलों को रेमडेसिविर के आठ हजार वॉयल का आवंटन भी दिया गया है।