यूजीसी नेट के लिए 2 सितंबर तक बदल सकते हैं केंद्र, बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए चलेंगी बसें व ट्रेनें
यूजीसी नेट का सेंटर बदलने को दो सितंबर तक का समय दिया गया है। इसके साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बसें और ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया जाएगा।
पटना, जेएनएन। जेईई, नीट व अन्य परीक्षाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने अभ्यर्थियों के आवागमन की सुविधा के लिए अंतर जिला व लोकल यात्री ट्रेनों का परिचालन के लिए पूर्व-मध्य रेलवे से अनुरोध किया गया है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा को लेकर ट्रेनों व बसों के परिचालन के लिए सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में ट्रेनों व बसों के परिचालन का निर्णय लिया गया है। इसके लिए मंगलवार को परिवहन सचिव, जिलाधिकारी, एसएएसपी व अन्य संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यूजीसी नेट जुलाई-2020 के परीक्षा केंद्र में बदलाव का एक और अवसर अभ्यर्थियों को दिया है।
नजदीक के केंद्र को पहली प्राथमिकता की सलाह
कोरोना संक्रमण की संभावना को देखते हुए एनटीए ने अभ्यर्थियों को अपने नजदीक के केंद्र को पहली प्राथमिकता देने की सलाह दी है। परीक्षार्थी दो सितंबर शाम पांच बजे तक नेट के परीक्षा फॉर्म में सुधार कर सकते हैं। अभ्यर्थी परीक्षा के शहर, फोटो, हस्ताक्षर में बदलाव कर सकते हैं। बदलाव में किसी तरह के शुल्क की आवश्कता होने पर दो सितंबर रात 11:50 बजे तक अभ्यर्थी ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।
अंतरजिला व लोकल यात्री ट्रेनों का होगा परिचालन
परिवहन सचिव ने बताया, इस परीक्षा में शामिल होने के लिए राज्य के कोने-कोने से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के आवागमन की संभावना है। अभ्यर्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पूरे प्रदेश के अंदर पर्याप्त संख्या में अंतरजिला व लोकल यात्री ट्रेनों का परिचालन किया जाना आवश्यक है। परीक्षार्थियों के सुविधा के लिए बसों व अन्य वाहनों का भी परिचालन आवश्यक है। परिवहन सचिव ने सभी डीएम-एसपी को निर्देश दिया है कि अभ्यर्थियों की सुविधा को देखते हुए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम व निजी बस संचालकों से समन्वय स्थापित करते हुए पर्याप्त संख्या में बसों का परिचालन सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए यथाशीघ्र निजी बस संचालकों व ऑटो चालकों के साथ बैठक कर व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा गया है। इसके साथ कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सभी स्थानों पर तमाम एहतियाती उपाय भी किए जाएं।