एनएमसीएच में सीबीसी जांच ठप
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कई दिनों से सीबीसी यानी कम्प्लीट ब्लड सेल की जांच ठप है।
पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कई दिनों से सीबीसी यानी कम्प्लीट ब्लड सेल की जांच केमिकल के अभाव में ठप है। आश्चर्य यह है कि इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को नहीं है। इमरजेंसी, सेंट्रल पैथोलॉजी, शिशु रोग विभाग में ब्लड संबंधित जांच नहीं होने के कारण यहां आने वाले गरीब मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है। निजी जांच घरों के अस्पताल में सक्रिय दलाल इस मौके पर भरपूर लाभ उठा रहे हैं। हद तो यह है कि इमरजेंसी में एक सीबीसी मशीन करीब एक साल से बेकार पड़ी है।
सूत्रों की मानें तो अस्पताल कार्यालय के कुछ बाबुओं की गलत नीयत के कारण जांच व्यवस्था चरमराई है। इनका कहना है कि केमिकल की खरीद समय पर मांग अनुसार नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है। विभागीय सूत्रों की माने तो जांच के लिए जरूरी केमिकल व आवश्यक सामानों की खरीद विभागीय इंचार्ज व टेक्नीशियन से बिना परामर्श लिए बाबुओं द्वारा अपने स्तर से की जाती है।
जानकारी के अनुसार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित सेंट्रल पैथोलॉजी एवं शिशु रोग विभाग में करीब पांच दिनों से सीबीसी जांच बंद है। मरीजों के प्लेटलेट्स, हिमोग्लोबिन, आरबीसी, डब्लूबीसी, टीसीडीसी आदि की जांच नहीं हो रही है। वहीं एनएमसीएच की इमरजेंसी में सीबीसी जांच चार दिनों से बंद है। सूत्रों के मुताबिक सीबीसी मशीन के लिए जरूरी चार प्रकार के केमिकल में से तीन उपलब्ध है लेकिन एक नहीं रहने के कारण पूरी जांच व्यवस्था बाधित है। कार्यालय सूत्रों ने बताया कि इमरजेंसी में लगी एक अन्य सीबीसी मशीन एक साल से बंद पड़ी है। इसके लिए भी केमिकल नहीं है। दूसरी ओर मेडिसिन विभाग स्थित पैथोलॉजी में केमिकल खत्म होने के कगार पर है। यहां कभी भी सीबीसी जांच बंद हो सकती है। इन सबके पीछे डी¨लग क्लर्क के मनमाने रवैये को सूत्र जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
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इमरजेंसी, सेंट्रल पैथोलॉजी, शिशु रोग विभाग में सीबीसी जांच बंद होने की जानकारी मुझे नहीं है। मैं इस बारे में पता करता हूं। केमिकल की खरीद के लिए प्रयास जारी है।
डॉ. चंद्रशेखर, अधीक्षक, एनएमसीएच