घर से बरामद हुआ AK-47 और हैंड ग्रेनेड, आतंकी घोषित हो सकता है 'मोकामा का डॉन'
बिहार का डॉन कहे जाने वाले बाहुबली विधायक अनंत सिंह के घर से AK 47 और बम बरामद होने के बाद उनपर UAPA Act के तहत कार्रवाई करते हुए सरकार उन्हें आतंकी घोषित कर सकती है।
पटना, जेएनएन। बिहार के मोकामा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) के घर से पुलिस ने शुक्रवार को छापेमारी कर एक एके-47 राइफल और हैंड ग्रेनेड बरामद किया है। इसके बाद उनपर सरकार UAPA Act के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें आतंकी घोषित कर सकती है और इसके लिए राज्य सरकार की इजाजत लेने की भी जरुरत नहीं होगी।
हाल में ही संशोधित हुआ है UAPA कानून
बता दें कि UAPA कानून 1967 में पारित हुआ और इसमें लगातार संशोधन होते रहे हैं। यह अधिनियम केंद्र सरकार को अधिकार देता है कि अगर कोई संगठन देश की 'संप्रभुता और अखंडता' के लिए बड़ा खतरा हो या वह विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य बढ़ाता हो या राष्ट्र की एकता के लिए खतरा लगता हो तो उसे 'गैर-कानूनी' घोषित किया जा सकता है।
हाल में केंद्र की मोदी सरकार ने इसमें संशोधन किया है और नए कानून के मुताबिक आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका के आधार पर संगठन के अलावा किसी अकेले व्यक्ति को भी आतंकी घोषित किया जा सकता है और इसकी जांच इंस्पेक्टर स्तर का अधिकारी भी कर सकता है।
Bihar: Case registered against Independent MLA from Mokama, Anant Kumar Singh under Arms Act, Unlawful Activities (Prevention) Act (UAPA) Act and Explosive Act. Police recovered an AK-47 rifle and a hand grenade from his residence yesterday. (File pic) pic.twitter.com/ZxcXoUnyeO — ANI (@ANI) August 17, 2019
अनंत सिंह ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा-मुझे फंसाया जा रहा है
छापेमारी के बाद एके-47 राइफल और प्रतिबंधित सामान बरामद होने के बाद अनंत सिंह ने पुलिस की टीम पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि मुझे जान-बूझकर फंसाया गया है। मैं अपने गांव पिछले कई सालों से गया भी नहीं। पुलिस ये सब सामान साथ लाई थी और मुझे फंसाने की पूरी कोशिश की गई है। मैं इसके खिलाफ कोर्ट जाऊंगा। बिहार सरकार से न्याय की गुहार लगाऊंगा।
राजनीतिक दुश्मनी निकाली जा रही
बता दें कि अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी मुंगेर से जदयू के वर्तमान सांसद ललन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं। ऐसे में अनंत सिंह को लगता है कि यही कारण है कि अब उन्हें परेशान किया जा रहा है। अनंत सिंह का कहना है कि सांसद ललन सिंह के इशारे पर लिपि सिंह उनपर कार्रवाई कर रही है। ऐसे में वे पुलिसिया कार्रवाई से काफी परेशान हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि खुद को निर्दोष साबित करने के लिए अगर मुझे राजनाथ सिंह, अमित शाह से मिलने की जरुरत होगी तो उनके पास भी जाऊंगा। अनंत सिंह ने पुलिस के साथ ही ललन सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है उनके कहने पर ही ये सब किया जा रहा है और मैं खुद को निर्दोष साबित करूंगा।
अनंत सिंह के घर से AK-47, मैगजीन और गोलियां बरामद
बता दें कि शुक्रवार को बाहुबली विधायक अनंत सिंह के नदावां स्थित घर पर पुलिस ने छापेमारी की जिसमें AK-47 के साथ ही मैगजीन और गोलियां बरामद की गईं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि विधायक के घर से और दूसरे ठिकानों से हथियारों का मूवमेंट किया जाना है। कुछ दिनों पहले भी हथियारों का मूवमेंट किया गया था। प्रतिबंधित हथियारों के मूवमेंट की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी।
पटना के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कांतेश कुमार मिश्र ने बताया, 'गुप्त सूचना के मुताबिक दंडाधिकारी की उपस्थिति में मोकामा के विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) के पैतृक गांव लदमा में उनके आवास पर छापेमारी की गई।
अब इस केस की जांच का जिम्मा अब एएसपी लिपि सिंह को सौंपी गई है।
NIA कर सकती है मामले की जांच
मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह के पैतृक घर से एके-47 रायफल, ग्रेनेड और बड़ी संख्या में कारतूस बरामद होने के बाद उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। अब इस मामले की जांच NIA कर सकती है। बता दें कि बिहार पुलिस ने छापेमारी के बाद इससे संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां NIA को सौंपी है जिसके बाद अब एनआइए इसकी जांच करेगी।
बरामद एके 47 असेंबल किया हुआ है
दरअसल बाढ़ के नदावां गांव स्थित अनंत सिंह के घर से जो हथियार बरामद किए गए हैं उनमें दो ग्रेनेड मिले हैं जो HE 36 टाइप के हैं। वहीं विधायक के घर से बरामद किया गया एके 47 असेंबल किया हुआ है। असेंबल किया हुआ हथियार इस ओर इंगित करता है कि इसके सभी पार्ट्स अलग-अलग लाए गए और फिर इसे बनाया गया।
हथियार पर लिखे नंबरों से खुलेगा राज
पुलिस सूत्रों के अनुसार एके 47 पर मिले नंबर पुलिस की जांच के लिए बड़ा क्लू हो सकता है। दरअसल, बरामद हथियार के अलग-अलग पार्ट्स पर नंबर अंकित हैं। उन नंबरों के जरिये यह पता किया जा सकेगा कि हथियार कहां से और कब लाए गए थे? इस नंबर से पुलिस को इसके सप्लायर का पता भी चल सकता है।