Budget 2021: भाजपा ने बजट को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम बताया तो विपक्ष ने दिशाहीन करार दिया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 की चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने योजनाबद्ध बजट के जरिए आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा प्रस्तुत की। कांग्रेस ने बजट को जनविरोधी बताया है। पढि़ए बजट पर बिहार के विभिन्न दलों की प्रतिक्रियाएं।
पटना, राज्य ब्यूरो । संसद में पेश देश के बजट को भाजपा नेताओं ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम बताया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने केंद्रीय बजट को गांव, गरीब, किसान, महिला, युवा तथा देश की बहुआयामी प्रगति को समर्पित बजट बताया। उन्होंने कहा बेहतरीन बजट बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बधाई के पात्र हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बजट को ऐतिहासिक और जनकल्याणकारी बताया है। उन्होंने बजट से देश का हर नागरिक मजबूत होगा।
आत्मनिर्भर भारत का बजट
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इसे आत्मनिर्भर भारत का बजट बताया। उन्होंने कहा बजट में समाज के विभिन्न वर्गों की जरूरतों को ध्यान में रखा गया है। कोरोना की वैश्विक आपदा से प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने योजनाबद्ध तरीके से बजट के जरिए रूपरेखा प्रस्तुत की है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बजट जन आकांक्षाओं को पूरा करने वाला उम्मीदों से भरा बजट है। इस बजट में न सिर्फ कृषि, बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा पर भी एनडीए सरकार ने दरिया-दिली दिखाते हुए कई गुणा की बढ़ोतरी की है, जो आने वाले समय में आत्मनिर्भर भारत अभियान को और गति प्रदान करेगा।
आपदा में अवसर का बजट
पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने बजट को लोक कल्याणकारी, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के अनुरूप बताया है। राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर ने कहा कि इतने कठिन दौर के बीच में एक ऐतिहासिक बजट पेश किया गया है। यह बजट आपदा में अवसर वाला है। बजट आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों की प्राप्ति के साथ-साथ देश की आधारभूत संरचना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। भाजपा के युवा नेता अर्जित शाश्वत ने बजट को संतुलित बताया और कहा इसमें हर तबके का ख्याल रखा गया है।
दिशाहीन एवं बेरोजगारी बढ़ाने वाला बजट : कांग्रेस
कांग्रेस ने संसद में पेश बजट को दिशाहीन और बेरोजगारी बढ़ाने वाला बजट बताया है। बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा, बजट में बिहार की उपेक्षा हुई है। बेरोजगारी हटाने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किए गए हैं ना ही ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था में सुधार का कोई प्रावधान है। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां सड़क, रेलवे, आधारभूत संरचना पर भारी निवेश केंद्र की नीति बताते हैं। दास ने मध्यम वर्ग की राहत के लिए कोई घोषणा बजट में नहीं। दास के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, सदानंद सिंह, एचके वर्मा, हरखू झा ने भी बजट को जनविरोधी करार दिया है।
बजट दिशाहीन और असंतुलित : कुशवाहा
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बजट को दिशाहीन, असंतुलित एवं जन विरोधी बताया। कहा कि बदहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की गंभीर कोशिश बजट में दिखाई नहीं देती है। न तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर बात हुई और न ही विशेष पैकेज का जिक्र, इससे बिहार के लोगों को मायूसी हुई है। नौकरी-पेशा लोगों के लिए भी बजट मायूस करने वाला है क्योंकि आयकर में छूट की उम्मीद थी, लेकिन निराशा हाथ लगी है।
नौकरी गंवा चुके लोगों को राहत नहीं : माले
भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने केंद्रीय बजट को जनता के साथ विश्वासघात बताया है। कहा कि बजट कंपनी राज को बढ़ाने वाला है। अर्थव्यवस्था में सरकारी निवेश और खर्च बढ़ाने की सख्त जरूरत है लेकिन यह थोक के भाव में विनिवेश और निजीकरण की दिशा में केंद्रित है। सरकार ने नौकरियां खो चुके और आर्थिक रूप से परेशान लोगों को बजट में कोई राहत नहीं दी गई है। उल्टे अर्थव्यवस्था के बोझ को जनता के कंधों पर डाल दिया है।
आम बजट से अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार : तारकिशोर
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा आम बजट से वैश्विक महामारी कोरोना के इस दौर में अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी। केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुना करने के लिए काम कर रही है। यूपीए सरकार की तुलना में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने तीन गुणा अधिक राशि किसानों के खाते में पहुंचाई है। हर सेक्टर में कृषकों को मदद देने की व्यवस्था की गई है। दाल, गेहूं, धान समेत अन्य फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाया गया है।
बढ़ेगा रोजगार : सुशील मोदी
पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना से मुकाबले के लिए स्वास्थ्य प्रक्षेत्र और रोजगार सृजन के लिए पूंजीगत परिव्यय को सर्वोच्च प्राथमिकता देने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
बजट में कोरोना से मुकाबले के लिए स्वास्थ्य प्रक्षेत्र पर 2 लाख 23 हजार 846 करोड़ का प्रावधान किया गया है जबकि 2020-21 में 94,452 करोड़ का ही प्रावधान था। 35 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान वैक्सीनेशन के लिए किया गया है। दो नई वैक्सीन जल्द ही बाजार में आने वाली हैं।
वहीं, 5.54 हजार करोड़ पूंजीगत परिव्यय किया जाएगा जिससे बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा। यह राशि विगत वर्ष की तुलना में 34 प्रतिशत ज्यादा है। राज्य अब सकल घरेलु उत्पाद का चार प्रतिशत तक कर्ज ले सकेंगे। इसके लिए एफआरबीएम एक्ट में संशोधन किया गया है।
इससे अच्छा नहीं हो सकता था केंद्रीय बजट : चिराग पासवान
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने केंद्रीय बजट का स्वागत किया है। पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान, दलित सेना के प्रमुख पशुपति कुमार पारस एवं प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि आम बजट संतुलित और संतोषप्रद है। यह बजट आपदा को अवसर में बदलने वाला बजट है। बजट में हर वर्ग व हर क्षेत्र का ध्यान रखा गया है। बजट में खासकर कृषि आधारिक संरचना के निर्माण करने का फैसला सराहनीय है। आदिवासी क्षेत्रों एकलव्य विद्यालय खोले जाने की योजना भी स्वागत योग्य कदम है। देश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बजट में 35 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया जाना स्वस्थ्य तथा समृद्ध भारत बनाने की दिशा में बहुत ही ठोस कदम है।