इंटर स्तरीय प्रथम परीक्षा में सफल ढाई गुना अभ्यर्थियों को मिले मौका, बिहार में अभ्यर्थियों ने कही ये बात
प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के माध्यम से राज्य के विभिन्न विभागों में लगभग 13120 पदों पर नियुक्ति की जानी है। नियुक्ति प्रक्रिया में हो रहे अनावश्यक विलंब से अभ्यर्थियों का गुस्सा चरम पर है। अभ्यर्थियों ने 31 अगस्त को आयोग कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन करने की बात कही है।
पटना, नलिनी रंजन। BSSC News: बीएसएसी की प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा (First Inter Level Exam) की काउंसिलिंग अविलंब कराने तथा काउंसिलिंग में ढाई गुणा अभ्यर्थियों को मौका देने की मांग की लेकर अभ्यर्थी मंगलवार को प्रदर्शन करेंगे। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (Bihar Staff Selection Commission) कार्यालय के समक्ष 11 बजे आंदोलन की अभ्यर्थियों ने घोषणा की है। राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने बताया कि प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के लिए आवेदन वर्ष 2014 में लिए गए, लेकिन सात वर्ष होने के बाद भी अंतिम परिणाम आयोग जारी नहीं कर सका है। इससे अभ्यर्थियों में आक्रोश है।
13 हजार से अधिक पदों पर होनी है नियुक्ति
प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के माध्यम से राज्य के विभिन्न विभागों में लगभग 13,120 पदों पर नियुक्ति की जानी है। नियुक्ति प्रक्रिया में हो रहे अनावश्यक विलंब से अभ्यर्थियों का गुस्सा चरम पर है। अभ्यर्थियों ने 31 अगस्त को आयोग कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन करने की बात कही है। प्रदर्शन में आयोग के समक्ष छात्र अपनी बातों को रखेंगे और अविलंब काउंसलिंग कराने के साथ-साथ काउंसिलिंग में ढाई गुना अभ्यर्थियों को मौका देने की भी बात रखेंगे। बताया जाता है कि बीएसएससी की ओर से वर्ष 2014 से ही प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के लिए आवेदन लिया गया।
वर्ष 2016 में हुई थी प्रारंभिक परीक्षा
वर्ष 2016 में पहली बार पीटी परीक्षा आयोजित हुई। इसमें प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षा रद कर दी गई। इसके बाद आयोग ने वर्ष 2018 में दोबारा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की। प्रारंभिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की मुख्य परीक्षा पटना हाई कोर्ट के निर्देश के बाद वर्ष 2020 में आयोजित की गई। परीक्षा में लगभग 53 हजार अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की। इनकी टाइपिंग, शारीरिक दक्षता परीक्षा और आशुलेखन परीक्षा का आयोजन वर्ष 2021 में कराया गया।
अब सभी काउंसिलिंग का इंतजार कर रहे है। इसमें सबसे अधिक पद भूमि एवं राजस्व विभाग में राजस्व कर्मचारी के 4353 पद है। इसके लिए टाइपिंग परीक्षा नहीं लिया जाना है। इसके बाद ग्रामीण विकास विभाग के अधीन पंचायत सचिव के 3161 पदों पर नियुक्ति होनी है। इसमें नौकरी के छह महीने के अंदर तक टाइपिंग पास होना अनिवार्य है।