Result Scam : बिहार बोर्ड ने 36 और कॉलेजों की मान्यता निलंबित की
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने गहन जांच के बाद 36 और कॉलेजों की मान्यता तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी है। इससे पूर्व 52 कालेजों की मान्यता निलंबित की गई थी।
पटना [वेब डेस्क ]। रिजल्ट घाेटाला को लेकर एसआइटी की ओर से आरोप पत्र दाखिल किए जाने के अगले ही दिन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 36 और कॉलेजों की मान्यता निलंबित कर दी है। इन कालेजों की जांच के क्रम में पाया गया था कि इन्हें मान्यता देने में नियमों की अनदेखी हुई। इन्हें मिलाकर अबतक कुल 88 कालेजों की मान्यता बोर्ड निलंबित कर चुका है।
बोर्ड सूत्रों ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इस आशय के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। यह दागी कॉलेजों की दूसरी सूची है जिसे लेकर बोर्ड अध्यक्ष ने कड़ी कार्रवाई की है। इसके पहले 27 अगस्त को भी 52 कॉलेजों की मान्यता निलंबित की गई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक अबतक जिन कॉलेजों की मान्यता निलंबित की गई है उन्हें पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद के कार्यकाल में मान्यता मिली थी। बताया गया है कि इन कॉलेजों को मान्यता देने में नियमों की अनदेखी की गई।
पैसे लेकर मान्यता देने का खुला खेल हुआ। इस साल रिजल्ट घोटाला में फर्जी तरीके से टॉपर बनाने का मामला सामने आने के बाद जब समिति ने जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। कई एेसे कॉलेजों को भी मान्यता दे दी गई जिनका धरती पर कहीं अस्तित्व नहीं था। कई जगह यह भी जानकारी सामने आई कि एक ही संस्थान के अलग-अलग कमरों में अलग-अलग कॉलेज चलाए जा रहे थें।
एसआइटी एक ओर जहां घपले के विभिन्न आयामों की जांच कर रही है वहीं बोर्ड ने भी चिह्नित कॉलेजों से जवाब तलब किया था। लेकिन मान्यता निलंबित होने वाले कॉलेजों की ओर से मिला जवाब संतोषप्रद नहीं था। कई की ओर से जवाब ही नहीं आए। इसपर कार्रवाई की गई है।
उल्लेखनीय है कि बोर्ड ने फर्जी टॉपर बनाने के खेल के खुलासे के बाद वैशाली के विशुन राय कॉलेज की मान्यता रद करते हुए लगभग 213 कॉलेजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इनमें अब तक 180 कॉलेजों की जांच हो चुकी है।