इंटर कॉलेजों एवं स्कूलों बढ़ जाएंगी सीटें, समझें क्या होगा इससे लाभ, अन्य बदलाव भी देखें
इस वर्ष लगभग 400 इंटर कॉलेजों एवं स्कूलों में 60 हजार से अधिक सीटें बढ़ जाएंगी। ये जानकारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी है।
By Edited By: Published: Wed, 29 May 2019 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 29 May 2019 09:50 AM (IST)
पटना, जेएनएन। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इस वर्ष लगभग 400 इंटर कॉलेजों एवं स्कूलों में 60 हजार से अधिक सीटें बढ़ जाएंगी। इसके लिए तैयारी काफी जोर-शोर से चल रही है। अध्यक्ष ने कहा कि समिति ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से सीट बढ़ाने के संबंध में प्रस्ताव मागे हैं। इसके लिए 30 मई तक प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है।
उसके बाद प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेज दिया जाएगा। सरकार से अनुमति मिलते ही इंटर कॉलेजों एवं स्कूलों में सीटें बढ़ा दी जाएंगी। आगामी सत्र में बढ़ी सीटों पर ही नामांकन होगा। पिछले वर्ष से इस वर्ष दो लाख अधिक परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की है। परीक्षा और मूल्यांकन की तीसरी आंख से निगरानी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने कहा कि समिति परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन निगरानी (तीसरी आंख) की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए सभी प्रमंडलों में क्षेत्रीय कार्यालय बनाए गए हैं।
वर्तमान में वे किराए के मकान में चल रहे हैं। उनका अपना भवन बनाने के लिए लगभग 16 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन कार्यालयों में उच्च स्तर की तकनीक की व्यवस्था की जा रही है। यहां बनाए जा रहे परीक्षा सह मूल्यांकन केंद्रों में तीन हजार परीक्षार्थियों को एक साथ बैठकर परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। उनकी निगरानी बोर्ड अध्यक्ष अपने कमरे से कर सकते हैं। इसके अलावा बोर्ड अध्यक्ष द्वारा गठित टीम भी परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन निगरानी करेगी। अगले साल से क्षेत्रीय कार्यालयों में ही कॉपियों के मूल्यांकन की व्यवस्था की जा रही है। वहां पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
उसके बाद प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेज दिया जाएगा। सरकार से अनुमति मिलते ही इंटर कॉलेजों एवं स्कूलों में सीटें बढ़ा दी जाएंगी। आगामी सत्र में बढ़ी सीटों पर ही नामांकन होगा। पिछले वर्ष से इस वर्ष दो लाख अधिक परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की है। परीक्षा और मूल्यांकन की तीसरी आंख से निगरानी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने कहा कि समिति परीक्षा एवं मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन निगरानी (तीसरी आंख) की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए सभी प्रमंडलों में क्षेत्रीय कार्यालय बनाए गए हैं।
वर्तमान में वे किराए के मकान में चल रहे हैं। उनका अपना भवन बनाने के लिए लगभग 16 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन कार्यालयों में उच्च स्तर की तकनीक की व्यवस्था की जा रही है। यहां बनाए जा रहे परीक्षा सह मूल्यांकन केंद्रों में तीन हजार परीक्षार्थियों को एक साथ बैठकर परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। उनकी निगरानी बोर्ड अध्यक्ष अपने कमरे से कर सकते हैं। इसके अलावा बोर्ड अध्यक्ष द्वारा गठित टीम भी परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन निगरानी करेगी। अगले साल से क्षेत्रीय कार्यालयों में ही कॉपियों के मूल्यांकन की व्यवस्था की जा रही है। वहां पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
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