साइकिल से ब्रिस्टल टू बीजिंग: कैंसर से जंग लड़ रहा ब्रिटेन का यह रग्बी प्लेयर, 30 हजार किमी तय कर पहुंचा बिहार
ब्रिटेन का एक कैंसर पीडि़त रग्बी खिलाड़ी साइकिल से ब्रिस्टल टू बीजिंग की जागरूकता यात्रा पर निकला है। कैंसर से जंग लड़ रहा यह खिलाड़ी 30 हजार किमी का सफर तय कर बिहार के नालंदा पहुंचा। इसके बाद वह कोलकाता के लिए निकल गया।
नालंदा, जागरण संवाददाता। कैंसर से जंग लड़ रहे ब्रिस्टल (इंग्लैंड) के रहने वाले रग्बी प्लेयर लुक ग्रेनफुल्ल शॉ ब्रिस्टल से बीजिंग (चीन) तक की यात्रा पर साइकिल से निकले हैं। साइकिल से तीन साल में 30 हजार किलोमीटर का सफर कर वे सोमवार की देर शाम बिहार के नालंदा पहुंचे। लुक कैंसर सहित अन्य बीमारियों से लड़ने का हौसला देने के अपने इस अभियान में बीजिंग तक जाएंगे। उन्होंने बताया कि उनकी बीमारी अंतिम स्टेज तक पहुंच चुकी है, लेकिन वे डर नहीं रहे, बल्कि लड़ रहे हैं। अपनी इस ब्रिस्टल टू बीजिंग की जागरूकता यात्रा में वे तुर्की, उज़्बेकिस्तान व पाकिस्तान होते हुए भारत पहुंचे हैं। उन्हें अपने बीच पाकर नालंदा के रग्बी खिलाड़ी, युवा व अन्य लोग काफी उत्साहित दिखे। नालंदा में कुछ देर रुकने के बाद वे कोलकाता के लिए निकल गए।
रग्बी फुटबाल के बेहतरीन प्लेयर हैं लुक, नालंदा में स्वागत
लुक अपने देश की नेशनल टीम में रग्बी फुटबाल के बेहतरीन प्लेयर हैं। नालंदा में लुक का रग्बी फुटबाल टीम की ओर से भव्य स्वागत किया गया। उनकी अगवानी अंतरराष्ट्रीय रग्बी प्लेयर श्वेता शाही व जय सिंह ने की। दोपहर बाद नालंदा पहुंचने के कारण नालंदा विवि के भग्नावशेष देखने की उनकी इच्छा अधूरी रह गई।
कोलकाता से साथ आए बिहार निवासी तीन रग्बी प्लेयर
लुक के साथ कोलकाता के 'जंगलक्रो' टीम के खिलाड़ी तथा बिहार के मूल निवासी तीन रग्बी प्लेयर भी आए। वे नवादा के रहने वाले गौतम राजवंशी, छपरा के शनी शाह व आरा के निकेश राम हैं। शनी साह ने बताया कि लुक ने कैंसर पीड़ित होने के बाद भी अपनी उड़ान जारी रखी है। वे कई देशों में घूम-घूम कर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। जब वे कोलकता से साइकिल से नालंदा आने लगे तो उनके हौसले को देखकर उन सभी ने भी उनका साथ देने का मन बना लिया। आगे वे लुक के साथ कोलकाता वापस चले जायेंगे। फिर कोलकाता से लुक बंगलोर के रास्ते बीजिंग (चीन) के लिए रवाना होंगे।