ट्रामा सेंटर में ब्रेन सर्जरी और कूल्हे का प्रत्यारोपण
राजवंशी नगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण हड्डी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल में गणतंत्र दिवस पर बुधवार को सफल ब्रेन सर्जरी व कूल्हा प्रत्यारोपण किया गया। परिसर में खुले प्रदेश के पहले लेवल टू ट्रामा सेंटर की माड्यूलर ओटी में यह पहली ब्रेन सर्जरी थी। वहीं कूल्हे का प्रत्यारोपण पुराने आपरेशन थिएटर में किया गया।
पटना। राजवंशी नगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण हड्डी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल में गणतंत्र दिवस पर बुधवार को सफल ब्रेन सर्जरी व कूल्हा प्रत्यारोपण किया गया। परिसर में खुले प्रदेश के पहले लेवल टू ट्रामा सेंटर की माड्यूलर ओटी में यह पहली ब्रेन सर्जरी थी। वहीं कूल्हे का प्रत्यारोपण पुराने आपरेशन थिएटर में किया गया। हास्पिटल और ट्रामा सेंटर के निदेशक डा. सुभाष चंद्रा ने बताया कि 73 वर्षीय पटना निवासी सात दिनों से बेहोश थे। ब्रेन का सीटी स्कैन कराने पर पता चला कि उनके मस्तिष्क के दाएं व बाएं हिस्से में खून जम गया है। इस समस्या के समाधान के लिए सर्जरी कर दोनों हिस्सों में जमा खून को साफ करना जरूरी था। रोगी की गंभीर हालत को देखते हुए न्यूरो सर्जन डा. श्याम किशोर 26 जनवरी के दिन सफल सर्जरी की। अब रोगी की हालत में सुधार है।
वहीं, मुजफ्फर निवासी 58 वर्षीय मरीज का टोटल हिप ट्रांसप्लांट हड्डी हास्पिटल की पुरानी ओटी में किया गया। वे एक वर्ष से कूल्हे की समस्या से ग्रसित थे। डा. सुभाष चंद्रा के निर्देशन में डा. शक्ति किशोर, डा. सुधीर कुमार, डा. अमित कुमार और एनेस्थेटिस्ट डा. पंकज कुमार की टीम ने सफल सर्जरी की। स्पाइन व ब्रेन की जटिल सर्जरी को नहीं संसाधन : ट्रामा सेंटर का भव्य भवन, बेड, आइसीयू, वार्ड, एचडीयू आदि तैयार है पर माड्यूलर ओटी में ब्रेन व स्पाइन की जटिल सर्जरी करने के लिए आवश्यक उपकरण नहीं है। नतीजा, उद्घाटन के दो माह में यहां अबतक केवल तीन सर्जरी हुई हैं। तीनों सर्जरी में इम्प्लांट मुहैया कराने वाली एजेंसी और हड्डी हास्पिटल के डाक्टरों के प्रयास से आवश्यक संसाधन जुटाए गए। और तो और ट्रामा सेंटर के लिए स्वीकृत 16 डाक्टरों में से अबतक केवल दो की ही प्रतिनियुक्ति की गई है। इनसेट स्टेट आफ आर्ट पैथोलाजी को उद्घाटन का इंतजार पटना : प्रदेश के इकलौते ट्रामा सेंटर में स्टेट आफ आर्ट पैथोलाजी सेंटर बनकर तैयार हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा इसका विधिवत उद्घाटन होने के बाद यहां सीआरपी, आइएल-6, डी-डाइमर समेत 26 तरह की महंगी जांच निश्शुल्क हो सकेंगी। निदेशक डा. सुभाष चंद्रा ने बताया कि सभी मशीन-उपकरण से लैब सुसज्जित हो चुकी है। जल्द ही यहां रोगियों की जांच होने लगेगी।