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बीपीएससी अप्रैल अंतिम सप्ताह तक जारी करेगा 64वीं का फाइनल रिजल्ट, 1460 को मिलेगी नौकरी

बीपीएससी 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट अप्रैल अंतिम सप्ताह में जारी करेगा। 1460 पदों के लिए दो नोटिस जारी करने के बाद कुछ दिव्यांग अभ्यर्थियों द्वारा स्वास्थ्य जांच दल के समझ उपस्थित नहीं होने के कारण रिजल्ट में देरी हो रही है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 07:21 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 07:21 PM (IST)
बीपीएससी अप्रैल अंतिम सप्ताह तक जारी करेगा 64वीं का फाइनल रिजल्ट, 1460 को मिलेगी नौकरी
बीपीएससी 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट अप्रैल अंतिम सप्ताह में जारी करेगा। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट अप्रैल अंतिम सप्ताह में जारी करेगा। संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि 1460 पदों के लिए दो नोटिस जारी करने के बाद भी कुछ दिव्यांग अभ्यर्थियों द्वारा स्वास्थ्य जांच दल के समझ उपस्थित नहीं होने के कारण रिजल्ट में देरी हो रही है। तीसरी नोटिस जारी कर दी गई है। इसमें उपस्थित नहीं होने वाले अभ्यर्थियों को इसके लाभ से वंचित होना होगा। सामान्य प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों को स्वास्थ्य जांच टीम के समझ शामिल होने के लिए तीन नोटिस जारी करने का प्रावधान है। 64वीं संयुक्त मुख्य लिखित प्रतियोगिता परीक्षा में 3799 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे।

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इनका साक्षात्कार एक दिसंबर, 2020 से 10 फरवरी, 2021 के बीच आयोजित किया गया था। साक्षात्कार में उपस्थित होने वाले सभी अभ्यर्थियों की स्वास्थ्य जांच आयोग में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य जांच दल द्वारा की जाती है। दल की अनुशंसा एवं आपत्ति पर 43 अभ्यर्थियों की विशेष जांच चिकित्सा पर्षद से कराने का निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सा पर्षद का गठन कर 13 एवं 27 फरवरी को अनुशंसित सभी अभ्यर्थियों की जांच की गई। पर्षद ने 27 अभ्यर्थियों की उच्च स्तरीय जांच के लिए उन्हें आइजीआइएमएस पटना भेजा। सभी अभ्यर्थियों की जांच तीन मार्च से 19 मार्च तक आइजीआइएमएस में कराई गई। इसके बाद सभी अभ्यर्थियों के जांच प्रतिवेदन विभिन्न तिथियों में चिकित्सा पर्षद, पीएमसीएच को उपलब्ध कराए गए हैं। पीएमसीएच द्वारा जांच कार्य पूर्ण कराने के लिए नौ अप्रैल एवं 16 अप्रैल को संबंधित अभ्यर्थियों को गठित चिकित्सा पर्षद के समक्ष उपस्थित होना है। 

अंतिम समय में डिकोड होता है रिजल्ट

बीपीएससी के अनुसार पीएमसीएच से अभ्यर्थियों का दिव्यांगता प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद परीक्षाफल को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। मुख्य परीक्षा की कॉपियों की कई स्तर पर कोडिंग की जाती है। वहीं साक्षात्कार का आयोजन भी कोड के आधार पर ही किया जाता है। डिकोडिंग की प्रक्रिया रिजल्ट तैयार होने के बाद अंतिम समय में की जाती है। 

रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार

बीपीएससी पिछले कुछ वर्षों से साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी होने के कुछ दिनों बाद ही फाइनल रिजल्ट जारी कर रहा था। इसे देखते हुए अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि फरवरी दूसरे या तीसरे सप्ताह में रिजल्ट का प्रकाशन कर दिया जाएगा। लेकिन, दिव्यांग अभ्यर्थियों की जांच के कारण रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया लंबित कर दी गई। 

आयोग ने 1200 से अधिक पदों के लिए 2018 में अभ्यर्थियों से आवेदन स्वीकार किए थे। नोटिफिकेशन के बाद 70 और 140 अतिरिक्त पद जोड़े गए थे। प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट फरवरी, 2019 में जारी किया गया था। 16 दिसंबर, 2018 को राज्य के 808 केंद्रों पर आयोजित प्रारंभिक परीक्षा में दो लाख 95 हजार 444 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें 19 हजार 101 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था। जुलाई, 2019 में मुख्य लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। नतीजे एक साल बाद 16 जुलाई 2020 को जारी किये गये थे। पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण मूल्यांकन व साक्षात्कार की प्रक्रिया में देरी हुई थी। 


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