Corona Effect: BPSC की सहायक अभियंता परीक्षा स्थगित, PhD Exam नहीं लेगा पाटलिपुत्र विवि
Corona Effect बीपीएससी ने आगामी 21 व 22 मार्च को आयोजित सहायक अभियंता की परीक्षा तो पाटलिपुत्र विवि ने पीएचडी की परीक्षा स्थगित कर दी है। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।
पटना, जेएनएन। Corona Effect: बिहार में कोरोना का संक्रमण का एक भी मामला नहीं मिला है, लेकिन सरकार ने एहतियातन हाई अलर्ट (High Alert) जारी करते हुए एडवाइजरी जारी की है। सभी स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं साथ ही सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। इसे देखते हुए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने आगामी 21 व 22 मार्च को होने वाली सहायक अभियंता की प्रतियोगिता परीक्षा (Assistant Engineer Recruitment Examination) को स्थगित कर दिया है। उधर, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (Patliputra University) ने भी 20 मार्च को होने वाली पीएचडी की परीक्षा (PhD Examination) स्थगित कर दी है।
बीपीएससी व पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित
बीपीएससी की सहायक अभियंता प्रतिगिता परीक्षा आगामी 21 व 22 मार्च को पूर्व निर्धारित थी। लेकिन आयोग ने इसे स्थगित कर दिया है। परीक्षा की अगली तिथि की घोषणा फिलहाल नहीं की गई है। उधर, पटना के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने 20 मार्च को निर्धारित पीएचडी की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। इस परीक्षा की भी नई तिथि बाद में घोषित की जाएगी।
सीबीएसई की 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाएं जारी
देश में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए बीते शुक्रवार को बिहार सरकार की हाई लेवल बैठक मुख्यमंत्री (CM) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 31 मार्च तक स्कूल-कॉलेज व कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए। चिडि़याघर व सिनेमा घर सहित सार्वजनिक भीड़-भाड़ वाले अन्य स्थलों को भी बंद करने का फैसला किया गया। 22 मार्च को होने वाले बिहार दिवस आयोजन को भी स्थगित कर दिया गया। इसके बाद अब बीपीएससी व पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने अपनी उपरोक्त परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। हालांकि, सीबीएसई (CBSE) की 10वीं व 12वीं (10th. & 12th. CBSE Board Examinations) की जारी परीक्षाएं जारी रखी गईंं हैं।
बिहार में नहीं मिला कोरोना पॉजिटिव मामला
विदित हाे कि बिहार में अभी तक कोरोना का एक भी पॉजिटिव (Corona Positive) मामला नहीं मिला है। राज्य के अस्पतालों में संदिग्ध मरीजों की जांच की व्यवस्था की गई है। संदिग्ध मरीजों को रखने के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड (Isolation Wards) बनाए गए हैं। बिहार में अभी तक 142 संदिग्ध मरीज आइसोलेशन में रखे गए हैं। इनमें से 73 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।