बीपीएससी मेंस परीक्षा में 80% अभ्यर्थी रहे उपस्थित, जानें किन-किन प्रश्नों ने छात्रों को उलझाया
बीपीएससी की 65वीं संयुक्त मुख्य लिखित प्रतियोगिता परीक्षा आरंभ हो गई। पहली की परीक्षा साढ़े 12 बजे संपन्न हुई। परीक्षा के लिए राजधानी में 10 केंद्र बनाएं गए थे। पहली पाली की परीक्षा सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होकर दोपहर साढ़े 12 बजे खत्म हुई।
पटना, जेएनएन। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से बुधवार को 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (मुख्य) राजधानी के 10 केंद्रों पर आयोजित की गई। परीक्षा के लिए 6,314 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इसमें 80 फीसद अभ्यर्थी उपस्थित हुए। परीक्षा व्यवस्था को देखने के लिए आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन व सचिव केशव रंजन प्रसाद ने शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (पटना हाईस्कूल) व देवीपद चौधरी शहीद स्मारक (मिलर) उच्च माध्यमिक विद्यालय, वीरचंद्र पटेल पथ का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने व्यवस्था को लेकर संतुष्टि जताई। आयोग ने बताया, सभी परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण हुई। पहली पाली में सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक सामान्य ङ्क्षहदी की परीक्षा हुई। जबकि दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक हुई। 26 नवंबर को एक पाली में सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी। वहीं, 28 नवंबर को पहली पाली में 11 बजे से दोपहर दो बजे तक ऐच्छिक विषय की परीक्षा होगी।
परीक्षा में पूछे गए ये प्रश्न
प्रतियोगी परीक्षा विशेषज्ञ डॉ. एम रहमान ने बताया, द्वितीय पाली में सामान्य अध्ययन पेपर वन की परीक्षा आयोजित हुई। इसमें अधिकांश प्रश्न परंपरागत थे। सांख्यिकी से आए प्रश्न कठिन थे। सांख्यिकी के प्रश्न का बेहतर उत्तर करने वाले बढिय़ा स्कोर करेंगे। पहली पाली की परीक्षा में छात्रों से एक विषय पर 500 शब्दों में निबंध पूछा गया। इसमें विधार्थी और अनुशासन, राष्ट्रीय एकता, विज्ञान की उपलब्धियां, बेरोजगारी की समस्या, महंगाई की समस्या, मन के हारे हार है, मन के जीते जीत, विषय पर निबंध लिखना था। इसके बाद एक अवतरण को एक तिहाई शब्द में सार लिखना था। अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करने लिए कुछ प्रश्न दिए गए थे।
कोविड गाइडलाइन के प्रति बरती गई विशेष सतर्कता
आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए गाइडलाइन का अनुपालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए अतिरिक्त राशि भी सभी केंद्रों को जारी की गई है। परीक्षा की निगरानी के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के पांच वरीय अधिकारियों को लगाया गया है। आयोग के भी वरीय पदाधिकारी सभी केंद्रों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं।