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राष्ट्रीय पुस्तक मेले में बापू और विवेकानंद से जुड़ी किताबों की धूम

पटना। गांधी मैदान में लगे दो पुस्तक मेलों में से एक सीआरडी पटना पुस्तक मेले के समापन के बा

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 11:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 06:13 AM (IST)
राष्ट्रीय पुस्तक मेले में बापू और विवेकानंद से जुड़ी किताबों की धूम
राष्ट्रीय पुस्तक मेले में बापू और विवेकानंद से जुड़ी किताबों की धूम

पटना। गांधी मैदान में लगे दो पुस्तक मेलों में से एक सीआरडी पटना पुस्तक मेले के समापन के बावजूद पुस्तक प्रेमियों का उत्साह कम नहीं हो रहा। मंगलवार को समय इंडिया की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पुस्तक मेले में पाठकों की भीड़ गांधी मैदान में दिखी। पुस्तक प्रेमी दोपहर से लेकर शाम तक अपनी पसंद की पुस्तकों की खरीदारी करते नजर आए। वहीं पाठक नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित पुस्तक 'बा-बापू' को खोजते दिखे।

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पुस्तक मेले को खास बनाने को लेकर कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार ने मेले का भ्रमण कर पाठकों का उत्साह बढ़ाया। मेले की ओर से बच्चों के बीच प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया। मंत्री ने बच्चों को पुरस्कृत कर हौसला बढ़ाया। कहा कि पुस्तक हमारा ज्ञानव‌र्द्धन करने के साथ बेहतर इंसान बनाने में अपनी भूमिका अदा करती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे जीवन के लिए रोटी, कपड़ा और मकान जरूरी है, उसी प्रकार पुस्तकें भी हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। मंत्री ने पुस्तक मेले के आयोजक से कहा कि अगली बार जब भी पुस्तक मेला लगे तो उसमें बिहार के कला संस्कृति विभाग की ओर से प्रकाशित पुस्तकों का भी स्टॉल लगाया जाए। उन्होंने कहा कि मेले में बिहार की लोक संस्कृति से जुड़ीं पुस्तकों का अध्ययन कर पाठक बिहार की लोक कला, धरोहर एवं संस्कृति को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। यह पुस्तकों के अध्ययन से ही संभव है। मेले के दौरान भाजपा विधायक विजय कुमार खेतान और विद्या सागर ने कहा कि मेला सामाजिक समरसता को बढ़ाने में अपनी भूमिका अदा करता है। पुस्तकों के अध्ययन से ही लोगों के विचारों में बदलाव आएगा और वे बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान देंगे।

बच्चों को मिला सम्मान -

मेला परिसर में स्थित जयप्रकाश भारती सभागार में विभिन्न प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को भी सम्मानित किया गया। बच्चों में सूर्य भान कुशवाहा, तबरेज आलम, आरती कुमारी, श्रेया रानी, लक्ष्मी नारायण, कल्याणी केसरी, श्रेया कुमारी, नेहा कुमारी, प्रवीण कुमार, राज आर्यन, निधि अग्रवाल, चाहत कुमारी आदि को सम्मानित किया गया। वहीं मेले में कवियों को भी उनकी बेहतर रचनाओं की प्रस्तुति के लिए सम्मानित किया गया। कवियों में डॉ. विनय कुमारी विष्णुपुरी, श्याम बिहारी प्रभाकर, सच्चिदानंद सिन्हा, प्रभात कुमार धवन, लता प्रासर, श्रीकांत व्यास, मनोरमा तिवारी को सम्मानित किया गया। पुस्तक मेले के प्रबंध न्यासी चंद्र भूषण ने कहा कि राष्ट्रीय पुस्तक मेला 20 नवंबर तक चलेगा। प्रकाशन विभाग और एनबीटी के स्टॉल पर भीड़ -

पुस्तक प्रेमियों की भीड़ प्रकाशन विभाग और एनबीटी के स्टॉल पर खूब देखने को मिली। प्रकाशन विभाग की ओर से प्रकाशित पुस्तकों में गांधी, आंबेडकर के जीवन से जुड़ीं पुस्तकों के अलावा बाल साहित्य, कला संस्कृति से जुड़ीं पुस्तकों की खूब बिक्री हुई। जागृति प्रकाशन के स्टॉल पर समालोचक वंशीधर सिंह, डॉ. उषा वर्मा, हसन इमाम की पुस्तकों के अलावा फिल्म समीक्षक प्रशांत रंजन की किताब 'सिने शास्त्र' की डिमांड थी। वहीं 'किराए की गर्लफ्रेंड' युवाओं को खूब पसंद आयी। एनबीटी से प्रकाशित अरविंद मोहन की किताब 'बा-बापू' के साथ स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ीं पुस्तकों की बिक्री हुई।


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