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Lok Sabha Election 2019: आरा में भी दिखी BJP की लहर, आरके सिंह दूसरी बार बने MP

आरा में लगातार दूसरी बार आरके सिंह सांसद चुने गए हैं। लोकसभा चुनाव में उन्होंने ने सीपीआइ माले के राजू यादव को शिकस्त दी है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 23 May 2019 02:01 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 02:01 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: आरा में भी दिखी BJP की लहर, आरके सिंह दूसरी बार बने MP
Lok Sabha Election 2019: आरा में भी दिखी BJP की लहर, आरके सिंह दूसरी बार बने MP

जेएनएन। बिहार की आरा लोकसभा सीट पर लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्री आरके सिंह जीत मिली है। वर्ष 1984 के लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है जब भाजपा प्रत्याशी ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है। 35 वर्ष बाद ऐसा संभव हो सका है। आरके सिंह ने सीपीआइ माले के राजू यादव को शिकस्त दी है।

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पिछली बार भारी मतों से जीते थे आरके सिंह

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आरा सीट पर भाजपा के पहले उम्मीदवार के रूप में पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव राजकुमार सिंह ने भारी मतों से जीत दर्ज की थी। इस परिणाम के साथ ही लगभग 35 वर्ष बाद यह सिलसिला टूटा और भाजपा के आरके सिंह 2014 के बाद 2019 में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर 35 वर्ष का रिकार्ड को तोड़ दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर साफ देखने को मिली और आरके सिंह दोबारा दिल्ली पहुंच गए हैं।

छह बार कांग्रेस को मिली थी जीत

वैसे वर्ष 1952 से लेकर 1984 के बीच आरा सीट पर कांग्रेस नेता बलिराम भगत को करीब छह बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला था। जबकि जनता पार्टी के नेता चन्द्रदेव प्रसाद वर्मा को दो बार जनता ने चुनकर लोकसभा में भेजा था। हालांकि उसके बाद प्रत्येक पांच साल पर निर्वाचित लोकसभा सदस्यों के बदलने का सिलसिला अनवरत जारी रहा। यहां तक कि 2014 का लोकसभा चुनाव भी इसका साक्षी बन गया था। मगर 2019 के चुनाव में यह सिलसिला टूट गया।

आरा में बनते बिगड़ते रहे समीकरण

वर्ष 1989 के लोकसभा चुनाव में आईपीएफ के नेता रामेश्वर प्रसाद निर्वाचित घोषित हुए थे। फिर वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में जनता दल की टिकट पर रामलखन सिंह यादव चुनाव जीतकर संसद में गये थे। हालांकि इन्हें भी दुबारा मौका नहीं मिला। वर्ष 1996 के लोकसभा चुनाव में जनता दल के टिकट पर चन्द्रदेव प्रसाद वर्मा निर्वाचित घोषित किए गए थे लेकिन पूर्व की तरह दो साल बाद हुए अगले लोकसभा चुनाव में जनता ने इन्हें नकार दिया।

वर्ष 1998 के लोकसभा चुनाव में समता पार्टी की टिकट पर हरिद्वार प्रसाद सिंह को जनता ने जिता कर संसद में भेजा था। लेकिन इन्हें भी दूसरी बार सफलता नहीं मिली। वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में राष्टीय जनता दल के टिकट पर राम प्रसाद कुशवाहा चुनाव लड़े थे और जीते भी थे। हालांकि पूर्व के इतिहास को देखते हुए दूसरी बार पार्टी ने इन्हेें आरा सीट से नहीं आजमाया। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की दूसरी उम्मीदवार कांति सिंह चुनाव जीती थी। फिर वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में जनता ने जदयू उम्मीदवार मीना सिंह को विजयी बनाकर लोकसभा में भेजा था।

आरा में कब कौन जीता

साल           नाम            पार्टी

1952       बलिराम भगत    कांग्रेस

1957       बलिराम भगत    कांग्रेस

1962       बलिराम भगत    कांग्रेस

1967       बलिराम भगत    कांग्रेस

1971       बलिराम भगत    कांग्रेस

1977       चन्द्रदेव प्र.वर्मा  जनता पार्टी

1980       चन्द्रदेव प्र.वर्मा  जनता पार्टी

1984       बलिरामभगत    कांग्रेस

1989       रामेश्वर प्रसाद   आईपीएफ

1991       रामलखन सिंह   जनता दल

1996       चन्द्रदेव प्र.वर्मा  जनता दल

1998       हरिद्वार प्र. सिंह   समता पार्टी

1999       राम प्र. कुशवाहा   राजद

2004       कांति सिंह        राजद

2009       मीना  सिंह       जदयू

2014     राजकुमार सिंह     भाजपा

2019      राजकुमार सिंह     भाजपा

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