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लालू यादव को नहीं मिले अंगूर, इसलिए बोल रहे खट्टे हैं, सुशील मोदी की इस बात का मतलब तो कुछ ऐसा ही है

Bihar Politics अरुणाचल प्रदेश में जदयू के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद जिस तरह की प्रतिक्रिया जदयू के नेताओं ने दी उससे प्रमुख विपक्षी दल राजद की बांछें खिल गई थीं। लेकिन अब राजद की उम्‍मीदें धूमिल होती दिख रही हैं।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 08:21 AM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 09:43 PM (IST)
लालू यादव को नहीं मिले अंगूर, इसलिए बोल रहे खट्टे हैं, सुशील मोदी की इस बात का मतलब तो कुछ ऐसा ही है
सुशील कुमार मोदी का लालू यादव पर बड़ा हमला। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण ऑनलाइन डेस्‍क। हिंदी की मशहूर कहावत है - बिल्‍ली के भाग्‍य से छींका टूटा। लेकिन हर बार बिल्‍ली की किस्‍मत साथ नहीं देती। बिहार की राजनीति में पिछले दो महीने से चल रही उथल-पुथल को देखें तो प्रमुख विपक्षी दल राजद के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। राजद को जब लगा कि बिहार में भाजपा-जदयू की जोड़ी टूट सकती है तो लालू-राबड़ी सहित सभी बड़े नेताओं का रवैया अचानक बिहार की सरकार और जदयू के प्रति नर्म हो गया। लेकिन, हर तरह से घास डालने के बाद भी जब बात नहीं बनी तो राजद एक बार फिर से बिहार की सरकार पर हमलावार हो गया है। राजद के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष लालू प्रसाद की ओर से करीब चार हफ्ते के बाद ट्विटर पर बिहार सरकार की आलोचना को भाजपा के वरिष्‍ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आड़े हाथों लिया है। उन्‍होंने कहा कि लालू को चार हफ्ते तक बिहार की विधि-व्यवस्था  ठीक लग रही थी।

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जदयू की ओर से टका सा जवाब पाकर खुल गईं आंखें

पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर राजद सुप्रीमो लालू यादव पर कटाक्ष किया। उन्होंने लिखा 17वीं विधानसभा के गठन और स्पीकर के चुनाव के समय से ही जोड़तोड़ में लगे लोग एनडीए के कुछ विधायकों के राजद के संपर्क होने के फर्जी दावे कर रहे थे। मुख्यमंत्री तक को नये-नये ऑफर दे रहे थे, उन्हेंं चार सप्ताह तक बिहार की विधि-व्यवस्था से कोई शिकायत नहीं थी। जदयू की ओर से खरा जवाब मिलने के बाद लालू को बिहार की विधि-व्यवस्था में फिर कमी नजर आने लगी।

जनादेश का सम्‍मान करने की दी सीख

सुशील मोदी ने कहा कि दरअसल, राजद के पास जनादेश का सम्मान कर पांच साल विपक्ष में रह कर जिम्मेदार दल के नाते जनता की सेवा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वे सच स्वीकार नहीं कर पाते।

राबड़ी ने कहा था, जदयू साथ आना चाहे तो होगा विचार

करीब एक महीने तक राजद का रवैया जदयू और मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति पूरी तरह नर्म रहा। राबड़ी देवी ने तो यहां तक कहा कि अगर जदयू फिर से राजद क साथ आना चाहे तो विचार किया जाएगा। जदयू की ओर से ऐसे प्रयासों को कोई समर्थन नहीं मिलने के बाद राजद फिर से सरकार की आलोचना के मूड में आ गया है। लालू ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार में अपराध की सुनामी आ गई है। उन्‍होंने मुख्यमंत्री पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया है।


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