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बायोमीट्रिक जांच से पकड़ में आ रहे फर्जी दारोगा अभ्यर्थी

दारोगा की बहाली के लिए गर्दनीबाग थाना इलाके में स्थित शहीद राजेन्द्र प्रसाद सिंह उच्च विद्यालय में शारीरिक दक्षता परीक्षण हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 07:00 AM (IST)
बायोमीट्रिक जांच से पकड़ में आ रहे फर्जी दारोगा अभ्यर्थी
बायोमीट्रिक जांच से पकड़ में आ रहे फर्जी दारोगा अभ्यर्थी

पटना । दारोगा की बहाली के लिए गर्दनीबाग थाना इलाके में स्थित शहीद राजेन्द्र प्रसाद सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय में फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है। इसमें कुछ ऐसे भी अभ्यर्थी शामिल हैं जो फर्जीवाड़े से दारोगा बनने की जुगत में जुटे हैं। परंतु उनकी तिकड़म और वर्दी के बीच बायोमीट्रिक प्रणाली का कड़ा पहरा है। इसी का परिणाम है कि पिछले दो दिनो में 32 फर्जी दारोगा अभ्यर्थी सलाखों के पीछे पहुंच गए। 1750 दारोगा पद के लिए हुई परीक्षा में उत्तीर्ण लगभग दस हजार अभ्यर्थियों का 18-29 सितंबर के बीच फिजिकल टेस्ट होना है। अभी तक लगभग ढाई हजार अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट हो चुका है। बुधवार को हुए टेस्ट के दौरान आठ फर्जी अभ्यर्थी पुलिस के हत्थे चढ़े। वहीं इससे पूर्व मंगलवार को 24 अभ्यर्थी पकड़े गए थे। पुलिस की पूछताछ में उनलोगों ने इस बात को स्वीकारा किया कि दूसरे की जगह फिजिकल टेस्ट में शामिल होने के एवज में दो से तीन लाख रुपये में सौदा तय हुआ था।

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: ऐसे पकड़े जाते हैं फर्जी अभ्यर्थी :

फिजिकल टेस्ट में शामिल होने आए अभ्यर्थियों की पहले शारीरिक माप से संबंधित प्रक्रिया पूरी की जाती है। इसके बाद उन्हें आगे कई चरणों से गुजरना पड़ता है। इसमें पीटी और लिखित परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल में लिए गए उनके हस्ताक्षर और फोटो का मिलान किया जाता है। इसके अलावा लिखित परीक्षा के दौरान उनकी क ॉपी पर उनके द्वारा लिखे गए कुछ वाक्यों की लिखावट चेक की जाती है। फिर दोनों हाथ के अंगूठों के फिंगरप्रिंट की बायोमीट्रिक जांच की जाती है। इन सभी जांच प्रक्रियाओं से निपटने के बाद उन्हें दौड़ने के लिए मैदान में उतारा जाता है।

जो अभ्यर्थी दूसरे की जगह फिजिकल परीक्षा देने के लिए आते हैं या लिखित परीक्षा में दूसरे को बैठाकर पास होकर खुद फिजिकल देने आते हैं वे हस्ताक्षर और फोटो मिलान के दौरान ही शक के घेरे में आ आ जाते हैं। इसके बाद उनसे परीक्षा के दौरान कॉपी में लिखे गए वाक्यों को सामने लिखवाकर उनकी हैंडराइटिंग की जांच की जाती है। रही सही कसर बायोमीट्रिक फिंगर प्रिंट पूरी कर देती है। जैसे ही फ र्जी अभ्यर्थी बायोमीट्रिक मशीन पर अपने हाथ के दोनों अंगूठे रखते हैं तो मशीन उसे एप्रूव नहीं करती है और फर्जीवाड़े की पोल खुल जाती है।

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दारोगा बहाली में फर्जीवाड़ा करते पकड़े गए लोगों को जेल भेजा जा रहा है। वहीं जिसने फर्जीवाड़ा करवाया उसपर भी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।

- एसएसपी पटना, मनु महाराज

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