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Bihar Weather Alert: मौसम विभाग ने कहा- राज्‍य में बारिश और वज्रपात के आसार, सतर्क रहें लोग

मौसम विभाग ने 24 घंटे में राज्‍य के अलग-अलग हिस्‍सों में बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है। इसको लेकर लोगों को अलर्ट किया गया है। बीते 25 जून की रात हुई बारिश के बाद वज्रपात में कई लोगों की जान चली गई थी।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sun, 27 Jun 2021 07:17 AM (IST)Updated: Sun, 27 Jun 2021 07:17 AM (IST)
Bihar Weather Alert: मौसम विभाग ने कहा- राज्‍य में बारिश और वज्रपात के आसार, सतर्क रहें लोग
मौसम विभाग ने बारिश और वज्रपात की जताई संभावना। फाइल फोटो

पटना, ऑनलाइन डेस्‍क। जून के महीने में बिहार पर मानसून कुछ खास मेहरबान रहा। रिकार्ड बारिश हुई। मौसम विभाग ने रविवार को भी राज्‍य में बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है। लोगों से सतर्क रहने को कहा है। उधर पूर्वी बिहार में तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है। वहां उमस से लोगों को परेशान कर रखा है। वहां फिलहाल राहत के आसार भी नहीं हैं।   

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दो दिनों तक और रहें सतर्क

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस कारण बिहार में बारिश हो रही है। अगले तीन दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहेगी। इससे बिहार के अलावा पड़ोसी राज्‍यों झारखंड, छत्‍तीसगढ़, ओडिसा आदि राज्‍यों में भी बारिश और वज्रपात की संभावना है। अगले तीन दिनों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।  

तेज हवा के साथ भारी बारिश से मक्के की खेती व धान के बिचड़े का हुआ नुकसान

राज्य ब्यूरो, पटना। भारी बारिश व तेज हवा के कारण मक्के की खेती को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। वहीं, जलजमाव के कारण कई जगह धान के बिचड़े गलने और सडऩे की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, कुछ क्षेत्र में किसानों को इससे लाभ भी होने का अनुमान है। कृषि विज्ञानियों के अनुसार अगेती धान की खेती वाले क्षेत्रों में बारिश फायदेमंद है। तेज हवा के कारण कुछ जिलों में धान के बिचड़े के खेतों में ही सडऩे की चिंता किसानों का सताने लगी है। मिर्च और सब्जी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। मक्के की खेती करने वाले किसानों के बीच मायूसी है। भारी बारिश की वजह से मक्का किसानों के घर तक नहीं पहुंच पाया है। खेत में मक्का रह जाने की वजह से रंग बदरंग हो रहा है।

मक्के की खेती को सर्वाधिक नुकसान कोसी व गंगा दियारा के क्षेत्र में होने का अनुमान है। अधिक बारिश होने की वजह से आम की मिठास गायब हो गई है। भारी बारिश की वजह से आम टूटने के दो दिन-तीन बाद ही सडऩे लग रहा है। उधर, बिजली गिरने की वजह से कई जिलों में पशुओं के मरने और जन-हानि की भी सूचना है।


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