कोरोना के दौरान अपनों से मिलवाने को ले बिहार परिवहन रहा अव्वल, भारत सरकार करेगी पुरस्कृत
परिवहन के क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों के लिए उम्दा काम करने वाले बिहार के परिवहन विभाग को केंद्र सरकार सोमवार को पुरस्कृत करेगी। बिहार को इनोवेशन इन अर्बन ट्रांसपोर्ट डयूरिंग कोविड-19 अवार्ड के लिए आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चयनित किया गया है।
पटना, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान परिवहन के क्षेत्र में प्रवासी कामगारों के लिए उम्दा काम करने वाले बिहार के परिवहन विभाग को केंद्र सरकार सोमवार को पुरस्कृत करेगी। बिहार में कोरोना काल के दौरान परिवहन सेवा के क्षेत्र में बेहतर प्रबंधन लिए परिवहन विभाग, बिहार को 'इनोवेशन इन अर्बन ट्रांसपोर्ट डयूरिंग कोविड-19 अवार्ड के लिए आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चयनित किया गया है। 9 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन आयोजित 13वीं अर्बन मोबिलिटी इंडिया कांफ्रेंस, 2020 के दौरान यह अवार्ड परिवहन विभाग को दिया जाएगा।
किया गया था जिलेवार बसों का परिचालन
परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वार्षिक सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। सम्मेलन देशभर से विभिन्न राज्य भाग लेते हैं। इस वर्ष परिवहन विभाग को कोरोना के दौरान परिवहन के क्षेत्र में नवाचार पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान बिहार के परिवहन विभाग ने प्रवासी कामगारों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए जिलेवार बसों का परिचालन किया था। यही नहीं अंतर जिला ट्रेनों का परिचालन भी किया गया। बसों के परिचालन के दौरान कोराना संक्रमण का फैलाव न हो इसके लिए विशेष तौर से सैनिटाइज किया गया। कोरोना काल के दौरान जारी केंद्र एवं राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का पालन प्रावधानों का पालन कराते हुए यात्रियों को उनके घर, प्रखंड और जिला मुख्यालय तक भेजने की व्यवस्था की गई।
लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए श्रमित स्पेशल ट्रेन
परिवहन सचिव ने बताया कि कोविड-19 के दौरान दूसरे राज्यों से बिहार आ रहे कामगारों, विद्यार्थियों और और अन्य 25.5 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचा गया। श्रमिकों और अन्य लोगों को घर तक जाने के लिए कोई साधन नहीं था वैसी स्थिति में बस और अन्य माध्यमों से सुक्षित पहुंचाया गया। कामगारों को रेलवे स्टेशन से जिला मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय एवं गंतव्य तक पहुचाने के लिए 7165 बसों का परिचालन किया गया। दिल्ली, मुंबई और कोटा के अलाव राज्यों में लॉकडाउन में फंसे लोगों को बिहार लाने के 1556 श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन किया गया।