दो राज्यों के बीच 15 साल तक चला तबादले का झूला, आखिरकार झारखंड के पाले में गए अफसर
आखिरकार 15 साल बाद उप मत्स्य निदेशक हृंगनाथ द्विवेदी अधिकृत रूप से झारखंड के पाले में भेज दिए गए। गृह विभाग की विशेष शाखा ने सोमवार को अधिसूचना जारी कर उप मत्स्य निदेशक के पारस्परिक आधार पर झारखंड से बिहार में स्थानांतरण का आदेश रद कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, पटना : Bihar Transfer Officer News: दो राज्यों के बीच तबादले का झूला झूलने के बाद आखिरकार 15 साल बाद उप मत्स्य निदेशक हृंगनाथ द्विवेदी अधिकृत रूप से झारखंड के पाले में भेज दिए गए। गृह विभाग की विशेष शाखा ने सोमवार को अधिसूचना जारी कर उप मत्स्य निदेशक के पारस्परिक आधार पर झारखंड से बिहार में स्थानांतरण का आदेश रद कर दिया है। अब हृंगनाथ द्विवेदी झारखंड में अपनी सेवा देंगे।
15 साल बाद हो सका मामले का निराकरण
पूरा मामला करीब 15 साल पुराना है। वर्ष 2006 में हृंगनाथ द्विवेदी को झारखंड राज्य आवंटित किया गया। जून, 2007 में हृंगनाथ द्विवेदी व आशीष कुमार ने पारस्परिक स्थानांतरण का संयुक्त आवेदन दिया, जिसके माध्यम से हृंगनाथ द्विवेदी को झारखंड से बिहार, जबकि आशीष कुमार को बिहार से झारंखड स्थानांतरित कर दिया गया। आशीष ने विभागीय अधिसूचना का पालन कर झारखंड में सेवा दे दी, जबकि हृंगनाथ द्विवेदी वरीयता का दावा मान्य नहीं होने को आधार बनाकर रांची हाई कोर्ट चले गए।
झारखंड राज्य में रखने की प्रदान की सहमति
हालांकि कोर्ट ने हृंगनाथ द्विवेदी की सेवा झारखंड राज्य में बनाए रखने के दावे को विधिसम्मत नहीं होने का परामर्श दिया, लेकिन झारखंड सरकार ने इसका पालन नहीं किया और हृंगनाथ द्विवेदी की सेवा झारखंड राज्य में रखने की सहमति प्रदान कर दी। इसके बाद बिहार सरकार के सामने व्यावहारिक कठिनाई उत्पन्न हो गई, जिसका निराकरण 15 साल बाद हुआ।
हृंगनाथ द्विवेदी के बिहार स्थानांतरण को किया रद
बिहार सरकार के गृह विभाग ने आपसी सहमति के बावजूद हृंगनाथ द्विवेदी को झारखंड में बनाए रखने के दावे को अनुचित व अवांछनीय बताया। उसके बाद झारखंड सरकार की सहमति का हवाला देते हुए गृह विभाग ने 2007 में पारस्परिक आधार पर किए गए हृंगनाथ द्विवेदी के बिहार स्थानांतरण को रद कर दिया। आखिरकार 15 साल बाद उप मत्स्य निदेशक हृंगनाथ द्विवेदी अधिकृत रूप से झारखंड के पाले में भेज दिए गए हैं।