Bihar Teacher Recruitment: बिहार में 98 हजार शिक्षकों की नियुक्ति जल्द! शिक्षा मंत्री ने कही बड़ी बात
Bihar Teacher Recruitment शिक्षकों की नियुक्ति की सारी प्रक्रिया बिहार सरकार पूरी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस विवाद को जल्द सुलझाने के लिए कोर्ट में एक फॉर्मूला भी प्रस्तुत किया है। कोर्ट अगर इस पर सहमत हो जाए तो भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Teacher Recruitment: बिहार में शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के मसले पर राज्य के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सरकार का पक्ष साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि 98 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की सारी प्रक्रिया बिहार सरकार पूरी कर चुकी है। अब यह मामला न्यायालय में है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस विवाद को जल्द सुलझाने के लिए कोर्ट में एक फॉर्मूला भी प्रस्तुत किया है। कोर्ट अगर इस पर सहमत हो जाए तो भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी।
कोर्ट से जल्द सुनवाई के लिए सरकार ने किया अनुरोध
शिक्षा मंत्री ने फेसबुक और ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि सरकार लगातार न्यायालय से आग्रह करती रही है कि इस मामले को जल्द सुलझाया जाए, ताकि राज्य में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि मामले की जल्द सुनवाई के लिए सरकार के आग्रह पर कोर्ट ने तिथि भी निर्धारित कर दी थी, लेकिन इसी दौरान मुख्य न्यायाधीश महोदय इसी दौरान कोविड-19 वायरस से संक्रमित हो गए। सरकार इस मामले में कोर्ट से लगातार संपर्क कर जल्द सुनवाई के लिए आग्रह कर रही है।
कहां फंसा है मामला
भर्ती प्रक्रिया दिव्यांगों के लिए आरक्षण के मसले पर लंबित है। इस मसले पर बिहार सरकार ने पारदर्शी रवैया अपनाते हुए यह फॉर्मूला दिया है कि आरक्षण के लिहाज से अगर भर्ती प्रक्रिया में कोई दिक्कत हो तो उतने पदों को सुनवाई पूरी होने तक के लिए रोक दिया जाए और शेष पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने दी जाए। उन्होंने कहा कि इससे पहले आए सारे विवाद सरकार पहले ही निबटा चुकी है।
सरकार नहीं चाहती पठन-पाठन पर पड़े असर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार हर हाल में नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। इसका असर पठन-पाठन पर पड़ रहा है। अभी तो लॉकडाउन लगा है, इसलिए स्कूल बंद हैं। लेकिन जैसे ही स्कूल खुलेंगे, शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई बाधित होगी। सरकार चाहती है कि स्कूल अब खुलें तो पूरी गति से वहां पढ़ाई हो। सरकार इस भर्ती के लिए कितनी तत्पर है, इसका पता तो कोर्ट में दाखिल मेंशनिंग से चल सकता है। सरकार ने बंदी के दौरान भी कोर्ट में सुनवाई के लिए लगातार आग्रह किया है।