बिहार: दशहरा के रावण-वध के साथ दहेज-प्रथा व बाल विवाह उन्मूलन का संकल्प
पटना के गांधी मैदान में दशहरा के रावण-वध के साथ दहेज-प्रथा और बाल विवाह के उन्मूलन का संकल्प लिया गया। श्रीराम के जयघोष के साथ नए बिहार के सृजन का माहौल बनता दिखा।
पटना [जेएनएन]। रावण दहन के साथ ही दहेज-प्रथा और बाल विवाह के उन्मूलन का संकल्प लिया गया। दो अक्टूबर को इसके लिए स्कूलों में बजाप्ता शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। इस उद्घोषणा के साथ ही इस धार्मिक समारोह ने सामाजिक परिवर्तन का आगाज कर दिया। श्रीराम का जयघोष नए बिहार के सृजन का माहौल बना गया।
शनिवार को पटना के गांधी मैदान में रावण वध समारोह का आयोजन था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। माहौल भक्तिमय हो गया था। मुख्यमंत्री के साथ मंच पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने मंच से कोई भाषण नहीं किया, कोई विचार व्यक्त नहीं किए, लेकिन उनके चेहरे कुरीतियों के उन्मूलन की प्रतिबद्धता का भाव स्पष्ट था।
समारोह के दौरान सर्वाधिक उत्सुकता रावण-वध को लेकर थी। उससे पहले दस हजार बैलून उड़ाए गए। गांधी मैदान के ऊपर का आकाश रंग-बिरंगे बैलूनों से सुनहरी छटा बिखरने लगा। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने प्रभु राम और उनके भाई लक्ष्मण की आरती उतारी।
आरती उतारने के बाद राम आगे बढ़े। उनके पीछे हनुमान की सेना। लंका का दहन हुआ। धू-धू कर जलती लंका देख दर्शक रोमांचित हो रहे थे। उसी बीच 65 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और 60 फीट ऊंचे मेघनाद को लक्ष्मण का तीर जा लगा। राम का वेश धारण किए कलाकार ने 70 फीट ऊंचे रावण को तीर मारा। उसके बाद तकरीबन 15 मिनट तक पटाखे छूटते रहे। गांधी मैदान 'जय श्रीराम' के उद्घोष से गूंज उठा।
कुरीतियों के उन्मूलन का संकल्प
बिहार बदलाव के नए दौर की ओर बढ़ रहा है। धार्मिक आयोजनों के माध्यम से भी सभ्य समाज के गठन और कुरीतियों के समापन का संकल्प लिया जा रहा है। रावण-वध समारोह से एक नए दौर की शुरुआत हो रही है। मंच से इस संकल्प में सहभागी बनने की अपील हो रही थी। घोषणा हुई कि रावण के साथ ही दहेज प्रथा और बाल विवाह का भी वध हो गया है। बिहार में इन कुरीतियों के खिलाफ जन-जागरूकता का अभियान छेड़ा जाएगा। महिलाओं के दम-खम से समाज सशक्त और सभ्य होगा।
नव दुर्गा की प्रस्तुति
समारोह की शुरुआत में किन्नर समाज की संस्था 'दोस्ताना सफर' की सदस्यों ने नवदुर्गा की प्रस्तुति दी। मां दुर्गा के नौ रूपों की प्रस्तुति दर्शकों को भाव-विह्वल कर गई। बहरहाल किन्नर समाज पहचान और अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है, ऐसे में किन्नरों के लिए यह मौका किसी क्रांति से कम नहीं। 'दोस्ताना सफर' की मुखिया रेशमा प्रसाद का कहना है कि पिछले 70 साल में पहली बार हमारे समाज को इतना बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है। यह हमारी लड़ाई में मिल का पत्थर साबित होगा।
रावण-वध के दौरान किशोर को मारी गोली
पटना जिला में शनिवार को दुर्गा पूजा और रावण वध कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सौहार्द वातावरण में संपन्न हो गया। शहरी क्षेत्र में कोई बड़ी आपराधिक घटना नहीं हुई, जबकि आसपास के कुछ इलाकों में छिटपुट झड़प की घटनाएं सामने आईं। नौबतपुर में रावण-वध समारोह के दौरान बदमाशों ने 16 वर्षीय सुमित को गोली मार दी। वह अमरपुरा निवासी धर्मेंद्र दयाल का पुत्र है। गंभीर हालत में उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।