देश में पहली बार बिहार ने शुरू की बीजों की ट्रैकिंग, स्कैन करते ही सामने आ जाएगी पूरी वंशावली
देश में पहली बार बिहार राज्य बीज निगम ने बीजों की ट्रैकिंग व्यवस्था शुरू की है।इससे अंकुरण का प्रतिशत बुआई की तिथि नमी और ढुलाई करने वाले ट्रांसपोर्टर एवं पैकिंग का ब्योरा मिलेगा
पटना, जेएनएन। बिहार राज्य बीज निगम ने देश में पहली बार बीजों की ट्रैकिंग व्यवस्था शुरू की है। बीजों के पैकेट पर क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड होगा, जिसे स्कैन करते ही बीजों का सारा विवरण सामने आ जाएगा। अंकुरण का प्रतिशत, बुआई की तिथि, नमी और ढुलाई करने वाले ट्रांसपोर्टर एवं पैकिंग का ब्योरा भी मिलेगा।
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने योजना की शुरुआत की
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने शुक्रवार को कृषि सचिव डॉ. एन सरवन कुमार और निदेशक आदेश तितरमारे के साथ इस योजना की शुरुआत की। अब आगे से राज्य में उत्पादित बीज की ट्रैकिंग कर उसके स्रोत का पता लगाया जा सकेगा। कोड को स्कैन करते ही बीज उत्पादन वाले खेत और किसान के साथ अन्य जानकारी मिल सकेगी। देश में पहली बार ऐसी व्यवस्था बिहार में हुई है।
बीज फेल हुआ तो उसकी वजह का पता लगाया जा सकेगा
अब अगर बीज फेल हुआ तो उसकी वजह का पता लगाया जा सकेगा। आगे लिए भी उपाय किए जा सकेंगे। अगर एक ही खेत या क्षेत्र में कई बार बीज खराब हो रहा है तो उस क्षेत्र को बीज कार्यक्रम से अलग करके किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा।
केंद्र के निर्देश पर बिहार ने सबसे पहले की व्यवस्था
केंद्र सरकार को कई इलाकों से लगातार ऐसी सूचना मिल रही थी कि बीजों के अंकुरण का प्रतिशत कम होता जा रहा है। केंद्र के निर्देश पर बिहार ने सबसे पहले यह व्यवस्था कर ली है। गौरतलब हो कि बिहार राज्य बीज निगम की ओर से देश में पहली बार बीजों की ट्रैकिंग व्यवस्था शुरू की गई है। इसके तहत बीज के पैकेट पर क्यूआर कोड दिया होगा। जिससे स्कैन करते ही बीजों का सारा विवरण सामने आ जाएगा। इससे अंकुरण का प्रतिशत, बुआई की तिथि, नमी और ढुलाई करने वाले ट्रांसपोर्टर एवं पैकिंग का ब्योरा मिलना आसान हो जाएगा।