AMAZING: अब हवा में आलू उगाएगा बिहार; शोध सफल, ग्रीन हाउस भी तैयार
बिहार में आलू उत्पादन को लेकर बड़ी खोज हुई है। कृषि वैज्ञानिकों ने शोध में आलू की फसल हवा में तैयार की है। इसके लिए शोध में सकारात्मक परिणाम मिले हैं। पूरी जानकारी इस खबर में।
पटना [राज्य ब्यूरो]। दिन प्रतिदिन कम होती खेती लायक जमीन को देखते हुए अब हवा में आलू उगाने की तैयारी है। पटना स्थित आलू अनुसंधान केंद्र में इसके लिए शोध किया जा रहा है। बहुत हद तक सफलता भी मिल चुकी है। इसके लिए पटना के फतुहा में बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेंसी (बसोका) द्वारा संचालित गो आउट टेस्ट प्रक्षेत्र में ग्रीन हाउस बनाया गया है, जिसमें मिट्टी के बिना हवा में आलू की खेती का सत्यापन होगा।
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने सोमवार को माप-तौल कार्यालय से ग्रीन हाउस का ऑनलाइन उद्घाटन भी कर दिया। इसमें बिना मिट्टी की खेती और हवा में आलू का प्रत्यक्षण किया जाना है। जनवरी तक सारी व्यवस्था कर ली जाएगी। इस ग्रीन हाउस में अन्य फसलों को भी नियंत्रित वातावरण में उगाने की कोशिश की जाएगी। कृषि मंत्री ने दावा किया है कि इस तकनीक से आलू की 10 से 20 गुना अधिक फसल हो सकती है।
क्या है तकनीक
हवा में आलू उगाने की तकनीक को एयरोपॉनिक्स कहा जाता है। इसके जरिए मिट्टी की मदद लिए बिना हवा में ही फसल उगाई जा सकती है। इसमें बड़े-बड़े बॉक्सों में आलू के पौधों को लटका दिया जाता है। प्रत्येक बॉक्स में पोषक तत्व और जरूरत भर पानी डाला जाता है। इस तकनीक से पौधों की जड़ों में नमी बनी रहती है और थोड़े समय बाद आलू की पैदावार होती है।
इस तरकीब से आलू के पौधों की उत्पादन क्षमता बढ़ जाती है। सामान्य तौर पर जिस आलू के एक पौधे से सिर्फ पांच-दस आलू पैदा किए जा सकते हैं, इस तकनीक की मदद से वैसे ही पौधे से 60 से 70 आलू तक उगाए जा सकते हैं।