Move to Jagran APP

Bihar: रेलवे का स्‍क्रैप अब बनेगा सजावट का सामान, बेकार पड़े पुराने स्‍लीपर से ट्रैक की होगी घेराबंदी

पूर्व मध्‍य रेलवे के स्क्रैप से होंगे सौंदर्यीकरण कार्य दफ्तरों में गमला सैनेटाइजर मशीन मास्क आदि बनाए जा रहे कई स्टेशनों व यार्डों में वर्टिकल गार्डेन भी बनाए गए पुराने और बेकार स्‍लीपर का इस्‍तेमाल फेंसिंग के लिए होगा

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Sun, 21 Mar 2021 01:06 PM (IST)Updated: Sun, 21 Mar 2021 01:06 PM (IST)
Bihar: रेलवे का स्‍क्रैप अब बनेगा सजावट का सामान, बेकार पड़े पुराने स्‍लीपर से ट्रैक की होगी घेराबंदी
अपने स्‍क्रैप का रेलवे करेगा अनोखा इस्‍तेमाल। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। रेलवे एक ऐसा उपक्रम है, जिसके पास संसाधनों की प्रचुरता है। बड़ा संस्‍थान होने के कारण यहां बड़े पैमाने पर स्‍क्रैप भी निकलता है। रेलवे के स्‍क्रैप का धंधा करने वाले ठेकेदार करोड़ों और अरबों  रुपये में खेलते हैं। लेकिन रेलवे अब अपने स्‍क्रैप को कुछ अलग तरीके से इस्‍तेमाल करने की तैयारी में है। पूर्व मध्य रेल द्वारा एक अभिनव कदम उठाते हुए रेलवे के स्क्रैप का उपयोग कर सौंदर्यीकरण से जुड़े कार्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रेलवे के रखरखाव में निकले खराब सामानों को स्टेशनों के सौंदर्यीकरण में उपयोग किया जा रहा है। स्‍क्रैप का इस्‍तेमाल कर दफ्तरों में गमला, सैनेटाइजर मशीन, मास्क आदि बनाए जा रहे हैं।

loksabha election banner

पुराने स्‍लीपरों के इस्‍तेमाल कर ट्रैक के आसपास होगी फेंसिंग

कई स्टेशनों व यार्डों में स्‍क्रैप का इस्‍तेमाल कर वर्टिकल गार्डेन बनाए गए हैं। इधर, बुनियादी संरचना के रखरखाव पर भी पर्याप्‍त ध्‍यान दिया जा रहा है। मिशन रफ्तार के तहत ट्रैकों का नवीनीकरण किया जा रहा है। इस दौरान ट्रैकों के साथ-साथ स्लीपरों को भी बदला जा रहा है ताकि तीव्र एवं संरक्षित रेल परिचालन सुनिश्चित किया जा सके। एक योजना के अनुसार, वैसे सभी पुराने स्लीपर को ट्रैकों के आस-पास फेंसिंग में उपयोग लाया जाएगा। इन स्लीपरों को विभिन्न रेलवे परिक्षेत्र आदि जगहों पर बाउंड्री वॉल के निर्माण आदि में उपयोग में लाया जाएगा।

पे एंड यूज प्रणाली पर आधारित शौचालय बनाने पर जोर

पूर्व मध्य रेल द्वारा ट्रेनों एवं स्टेशन परिसरों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए सतत निगरानी की जाती है। इसी क्रम में पे एंड यूज प्रणाली पर आधारित 42 प्री-फेब्रिकेटेड शौचालय स्थापित करने की योजना बनाई गई है। इससे स्वच्छता बनाए रखने में मदद मिलेगी। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी समय-समय पर खुद ही विकास योजनाओं की निगरानी करते रहते हैं। इसी कड़ी में वे कई जरूरी निर्देश भी देते हैं। हाल के दिनों में रेलवे जीएम ने सभी प्रमुख रेल मार्गों के प्रमुख स्‍टेशनों का निरीक्षण भी किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.